Betul Samachar: मगरमच्छ की तलाश में खाली कर दिया पूरा तालाब, फिर भी नहीं मिला, अब दूसरे तालाब में देखे जाने की चर्चा, फिर आएगी टीम

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नवील वर्मा, शाहपुर

Betul Samachar: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में शाहपुर ब्लॉक के ग्राम सालीमेट से मगरमच्छ (Magaramachchh) की दहशत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस मगरमच्छ का रेस्क्यू करने के लिए बुधवार को एसटीआर की टीम ने पूरे दिन भर कवायद की। यहां तक कि उस तालाब का पूरा पानी भी खाली करा दिया गया, लेकिन मगरमच्छ नहीं मिला। इसके बाद अब मगरमच्छ को पास ही के दूसरे तालाब में देखे जाने की चर्चा है।

सालीमेट के किसान विजय उइके के खेत के पास स्थित सरकारी तालाब में कुछ दिन पहले एक मगरमच्छ देखा गया था। संभावना जताई जा रही थी कि यह तवा नदी से यहां पहुंच गया है। तालाब में मगरमच्छ होने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने मुआयना किया और रेस्क्यू के लिए एसटीआर टीम को सूचित किया। सूचना पर रविवार को एसटीआर की टीम पहुंची और घंटों तक प्रयास किए। लेकिन उस दिन जाल छोटा होने से मगरमच्छ का रेस्क्यू नहीं हो पाया था।

इसके बाद बुधवार को एसटीआर की टीम मगरमच्छ का रेस्क्यू करने के लिए बड़े जाल के साथ पहुंची। पहले तो वैसे ही मगरमच्छ की तलाश की गई, लेकिन जब वह नहीं मिला तो तालाब को खाली कराया गया। जेसीबी की मदद से तालाब की दीवार को फोड़ कर पूरा पानी नाले में बहाया गया। लोगों के आश्चर्य का तब ठिकाना नहीं रहा जब पूरा तालाब खाली होने के बाद भी मगरमच्छ नहीं मिला।

दूसरे तालाब में नजर आया मगरमच्छ

इसके बाद एसटीआर की टीम भी शाम को वापस लौट गई। उस समय संभावना जताई गई थी कि शायद पिछले दिनों चलाए गए तलाशी अभियान के बाद मगरमच्छ खुद ही कहीं चला गया होगा। इधर टीम के लौटने के बाद किसान विजय उइके ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने उस मगरमच्छ को इस तालाब के पास ही स्थित एक अन्य तालाब में देखा है। इस पर दोबारा वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग द्वारा एसटीआर टीम को पुन: सूचना दी गई है। अब संभवत: कल या फिर एक-दो दिनों बाद एसटीआर की टीम फिर रेस्क्यू करने आएगी।

ग्रामीणों में बनी हुई है खासी दहशत

इधर मगरमच्छ के कारण ग्राम और क्षेत्र में खासी दहशत बनी हुई है। अभी तलाश में भले ही मगरमच्छ नहीं मिला है, लेकिन मगरमच्छ पहले उस तालाब में था। उसे कई लोगों ने देखा है और वीडियो भी बनाया है। यही कारण है कि क्षेत्र में मगरमच्छ की बेहद दहशत बनी हुई है। ग्रामीण तालाब की ओर खुद जाने और अपने मवेशियों को जाने देने से बच रहे हैं। उन्हें डर है कि मगरमच्छ उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।

यहां देखें वीडियो…

 

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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