Betul News (बैतूल)। घोड़ों से निर्माण सामग्री की ढुलाई करवाना या उन पर सवारी करना तो आम बात है। हालांकि सीमा पर कई पशु-पक्षियों का उपयोग तस्करी के लिए भी किया जाता है। बैतूल जिले में अभी तक ऐसे मामले देखने को नहीं मिले थे, पर अब यहां भी इसकी शुरुआत हो चुकी है। मुलताई थाना क्षेत्र में अवैध रूप से घोड़ों को प्रशिक्षित कर क्षेत्र में अवैध कच्ची महुआ शराब की तस्करी कराई जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी एवं एक घोड़े को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि मुलताई क्षेत्र में अवैध रूप से घोड़ों को प्रशिक्षित कर क्षेत्र में अवैध कच्ची महुआ शराब की तस्करी कराई जाने की लगातार सूचना प्राप्त हो रही थी। बताते हैं कि इन प्रशिक्षित घोड़ों को पुलिस द्वारा अगर पकड़ा जाता है तो वो शराब छोड़कर जमीन पर नीचे लेट जाते हैं। सूचना पर पुलिस अधीक्षक बैतूल द्वारा दिये गए आदेश के पालन में टीम गठित कर दबिश दी गयी।
मुलताई पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम प्रभातपट्टन निवासी अंकुश बंजारे के खेत के पास वाले टेलीफोन टावर के रास्ते से कुछ ही देर में एक प्रशिक्षित घोड़े की पीठ पर बोरी के अंदर टायर ट्यूब में कच्ची महुआ शराब ले जाई जायेगी। सूचना की तस्दीक की गयी और प्रभात पट्टन स्थित बारस्कार के खेत के पास वाले टेलीफोन टावर के कच्चे रास्ते पर अंकुश बंजारे को घोड़े पर बैठकर प्रभात पट्टन तरफ आते समय पुलिस टीम द्वारा पकड़ा गया। घोड़े की पीठ पर रखी बोरी में रखे 02 नग टायर ट्यूब में रखी हाथ भट्टी की कच्ची महुआ शराब 60 लीटर कुल कीमती 6000 रूपय की पाई गयी।
आरोपी अंकुश पिता राजकुमार बंजारे 25 साल निवासी अंबेडकर चौक प्रभात पट्टन थाना मुलताई को पकड़कर शराब एवं एक घोड़ा कीमती करीब 10,000 रूपये कुल कीमत 16,000 रूपये का जत किया गया एवं आरोपी को धारा 34 (2) आबकारी एक्ट में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जा रहा है। इस कार्यवाही में मुख्य भूमिका थाना प्रभारी मुलताई, एसआई कमल सिंह ठाकुर, उत्तम मस्तकार, हेड कांस्टेबल विनय जैसवाल, नीलेश सोनी, कांस्टेबल तिलक, प्रदीप, देवा, संजय बैन, सैनिक दीपक रघुवंशी की सराहनीय भूमिका रही। (Betul News)