Betul News: (बैतूल)। शहर को सुंदर बनाने के लिए और पर्यावरण सुधार की दिशा में कबाड़ का बेहतर उपयोग करने के लिए इससे बनाई जा रही कलाकृतियां शहर की सुंदरता में चार चांद लगा रही हैं। दरअसल, नगर पालिका परिषद बैतूल ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के लिए शहर को साफ सुथरा रखने की लगातार लोगों से अपील की। उनसे आग्रह किया कि आपके घर में निकलने वाले कबाड़ को कचरे में ना फेंककर इसका उपयोग कलाकृतियों में किया जा सकता है। जिससे घर, गली, चौराहा, मोहल्ला, शहर को सुंदर बनाया जा सकता है। असल में नगर पालिका बैतूल को यह थीम बैतूल की पहली महिला ब्रांड एम्बेसडर श्रीमती नेहा गर्ग ने दी और उन्होंने ‘बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट’ की थीम पर कबाड़ से कई कलाकृतियां बनाई और इन कलाकृतियों को नगर पालिका ने शहर के विभिन्न चौराहों पर लगाया।
कबाड़ से बनाया आकर्षक गिटार
इसी दिशा में ब्रांड एम्बेसडर श्रीमती नेहा गर्ग ने अपनी टीम के साथ मिलकर 122 किलो कबाड़ से गिटार तैयार किया है। इस गिटार को वीवीएम कॉलेज के सामने काशी तालाब के किनारे पर स्थापित किया है। नगर पालिका ने यहां पर एक प्लेटफॉर्म बनाकर उस पर गिटार लगाया है। इसके अलावा आसपास पेविंग ब्लाक लगाकर फेंसिंग की गई है। गिटार के पास एक सूचना बोर्ड लगाया गया है जिसमें बताया गया है कि यह गिटार 122 किलो कबाड़ से बनाया गया है। श्रीमती गर्ग की टीम में श्रेणिक जैन, उमा सोनी, पायल सोलंकी एवं विजय यादव शामिल है।
अब तक यह कर चुके प्रशंसा
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर एवं सीएमओ अक्षत बुंदेला के मार्गदर्शन में ब्रांड एम्बेसडर श्रीमती नेहा गर्ग के द्वारा किए जा रहे बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट की थीम पर कबाड़ से बनी कलाकृतियों को काफी सराहना मिल रही है। मध्यप्रदेश शासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों, आयुक्तों, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति सहित कलेक्टर, जनसंपर्क विभाग ने भी मुक्तकण्ठ से नगर पालिका परिषद के सहयोग से लगी इन कलाकृतियों की सराहना की।
शहर में लगी हुई हैं यह कलाकृतियां
नगर की सुंदरता को चार चांद लगाने के लिए ब्रांड एम्बेसडर श्रीमती नेहा गर्ग द्वारा एक से बढ़कर एक कलाकृतियों का निर्माण करवाया है जिनमें शिवाजी चौक पर मोर, नेहरू पार्क में हाथी, सेंट्रल स्कूल ब्राऊंड्री वाल पर बिच्छू, अम्बेडकर चौक सदर पर शेर, जय स्तंभ तिराहे पर मछली, पुलिस पेट्रोल पंप के सामने कछुआ, नपा कार्यालय में घड़ी, मुल्लाजी पेट्रोल पंप के सामने चिडिय़ा, नेहरू पार्क चौराहे पर ईगल बनाए हैं। इसमें कई टन कबाड़ का उपयोग किया गया है जो कि पहले यहां-वहां फेंक दिया जाता था। श्रीमती गर्ग ने बताया कि इस कबाड़ में प्लास्टिक की सामग्री भी थी। अगर इसे कचरे में फेंंका जाता तो इसके कई नुकसान सामने आते।
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गिटार ही क्यों..?
ब्रांड एम्बेसडर श्रीमती नेहा गर्ग से जब पूछा गया कि उनके मन में गिटार बनाने की ख्याल कैसे आया तो उन्होंने बताया कि संगीत में गिटार वाद्ययंत्र अपना एक अलग स्थान रखता है। संगीत प्रेमी भी गिटार यंत्र बजाने के बड़े शौकीन होते हैं। संगीत प्रेमियों को भी बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट की थीम से जोडऩे के लिए गिटार बनाया है। ताकि उनके मन में भी यह विचार आए कि उनके घर में निकलने वाला कबाड़ कितना उपयोगी हो सकता है?