Betul Murder News: बैतूल जिले की थाना झल्लार पुलिस द्वारा ग्राम गौलागोंदी में हुए अंधे हत्याकांड का खुलासा कर लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक अन्य आरोपी घटना दिनांक से फरार है। हत्या की वजह यह थी कि मुख्य आरोपी को संदेह था कि मृतक उसकी पत्नी पर जादू टोना करता है। इसी के चलते वह बीमार रहती है। इसलिए उसने कुल्हाड़ी से हत्या कर अपने बेटे की मदद से शव को नदी में फेंक दिया।
झल्लार थाना प्रभारी अनुराग प्रकाश ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 03 अगस्त को सूचनाकर्ता लीलाबाई पति सुनील धोतरे जाति लौहार उम्र 60 वर्ष निवासी गीलागोंदी ने अपने पति सुनील धोतरे के बकरी चराने जाने के बाद वापस नहीं आने की रिपोर्ट की थी। इस पर गुम इंसान पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया। गुम इंसान का संदिग्ध रूप से गायब होना पाया जाने से तत्काल झल्लार पुलिस टीम मौके पर पहुंची एवं गुम इंसान की तलाश सतत रुप से की गई।
तलाशी के दौरान जंगल की पगडंडी रास्ते पर खून के निशान दिखाई दिए। ताप्ती नदी तक खून के निशान मिलने पर गुम इंसान के साथ प्रथम दृष्टया कोई गंभीर घटना घटित होना प्रतीत होने लगा। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार हेतु गुम इंसान की तलाश पुलिस टीम एवं SDRF टीम के द्वारा ग्राम गौलागोंदी के जंगल एवं ताप्ती नदी में सघनता से निरन्तर की गई। संदेही भंगी उर्फ राजेन्द्र पांसे घटना दिनांक से फरार था। जिसकी पतारसी हेतु एक अलग पुलिस टीम बनाकर संदेही की तलाश में रवाना की गई।
इस बीच 05 अगस्त को करीबन 08 किमी दूर ग्राम कास्या भुरू के कोठीढोह ताप्ती नदी में गुम इंसान सुनील धोतरे का शव मिलने पर मौके पर मृतक के लड़के ईमरत धोतरे के द्वारा रिपोर्ट करने पर मर्ग कायम कर मृतक सुनील धोतरे के शव की पंचनामा कार्यवाही कर पीएम कराया गया। मृतक के परिजनों के कथन के आधार पर संदेही भंगी उर्फ राजेन्द्र पांसे (38) की सतत तलाश की जा रही थी, जो ग्राम गौलागोंदी के अपने खेत में छुपा मिला। उससे हिकमत अमली एवं सख्ती से पूछताछ करने पर संदेही भंगी उर्फ राजेन्द्र द्वारा जुर्म स्वीकार कर बताया कि 02 अगस्त को मेरे द्वारा सुनील धोतरे की कुल्हाडी से मारकर हत्या कर अपने नाबालिग बेटे के साथ शव को जंगल के रास्ते ले जाकर ताप्ती नदी के बहते पानी में फेंक दिया था।
थाना प्रभारी अनुराग प्रकाश ने बताया कि आरोपी को भंगी को शक था कि मृतक द्वारा जादू टोना किए जाने से उसकी पत्नी बीमार रहती है। इसलिए वह मृतक के प्रति खुन्नस रखता था और उसे रास्ते से हटाने के लिए उसने यह कदम उठाया। आरोपी द्वारा अपराध कबूल किए जाने पर आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी जप्त की गई है।
आरोपियों भंगी उर्फ राजेन्द्र एवं उसके नाबालिग बेटे के द्वारा प्रथम दृष्टया हत्या कर शव को छुपाने की नियत से नदी में फेंकना पाया जाने से अपराध धारा 302, 201, 34 भादवि का पंजीबध्द कर आरोपी भंगी उर्फ राजेन्द्र पिता सितोबा पांसे जाति कोरकू उम्र 38 वर्ष निवासी गोलागोंदी को गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायालय पेश किया जाता है। प्रकरण का अन्य एक आरोपी घटना दिनांक से फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। अंधे हत्या का त्वरित खुलासा करने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है।