Betul Me Tendua : बैतूल जिले के आमला क्षेत्र में तेंदुए के भारी खौफ के साए में लोग जीने को मजबूर हैं। तेंदुए की दस्तक के बाद किसानों, रहवासियों सहित राहगीरों में दहशत का माहौल है। किसानों ने जहां तेंदुए के डर से खेतों में जाना बंद कर दिया है वहीं गन्ने के सीजन में मजदूरों ने गन्ने की कटाई का काम भी बंद कर दिया है। आमला-सारणी मार्ग पर भी सन्नाटा छाया रहता है।
क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी की सूचना पर वन अमला लगातार सर्चिंग की बात कर रहा है। हालांकि वन अमले को अभी तक तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिल पाया हैं। जबकि किसानों के खेतों में तेंदुए के पैरों के निशान साफ नजर आ रहे हैं। इसके चलते अब विभाग द्वारा ड्रोन की मदद से भी सर्चिंग की जा रही है। बावजूद इसके कहीं उसका पता ठिकाना नहीं मिल सका है।
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गौरतलब है कि रविवार की रात खापाखतेड़ा पंचायत के शिवपुरी गांव में लखन सोनपुरे के खेत में बंधी बछिया पर तेंदुए ने जानलेवा हमला कर दिया था। ग्रामीणों की आवाज सुनने के बाद और बछड़े की छटपटाहट से तेंदुआ भाग खड़ा हुआ था। दूसरे दिन सोमवार को सूचना मिलने पर वन अमले ने सीसीटीवी लगाए। लेकिन, विभाग को कोई सफलता नहीं मिल पाई। लगातार तीसरे दिन तक भी वन विभाग की टीम जंगल में सर्चिंग कर रही है। विभाग ने ड्रोन से भी तेंदुए की सर्चिंग की। इन सबके बावजूद बुधवार देर रात तक तेंदुए का कोई सुराग नहीं लगा है।
इधर आमला से सारणी आने-जाने वाले राहगीर भी इस क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी की भनक लगने के बाद रास्ते का उपयोग नहीं के बराबर कर रहे हैं। बोरीखुर्द के किसान मदन यादव के अनुसार तेंदुए के डर से किसान अपने खेतों में नहीं जा रहे हैं। जबकि मजदूर भी खेतों में जाकर गन्ना कटाई करने से डर रहे हैं। बोरीखुर्द के किसान देवीराम यादव के खेत में मंगलवार की सुबह तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं।
जनपद अध्यक्ष बोले- जल्द लगाया जाएं पता
इस मामले की शिकायत जनपद अध्यक्ष गणेश यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों से की है। साथ ही कहा है कि क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इसलिए टीम बढ़ाकर तथा तकनीकी लोगों की मदद से जल्द ही तेंदुए का पता लगाया जाना चाहिए।
लगातार की जा रही सर्चिंग : रेंजर आरएस उइके
इस संबंध में आमला रेंजर आरएस उइके का कहना है कि बुधवार को जिले से भी टीम आमला पहुंची थी। टीम द्वारा लगातार ड्रोन और अन्य माध्यमों से सर्चिंग की जा रही है। हालांकि अभी तक तेंदुए का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
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मादा तेन्दुए का रेस्क्यू कर वन विहार भोपाल लाया गया
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू भोपाल में एक वयस्क मादा तेन्दुआ को वन्य प्राणी रेस्क्यू स्क्वाड सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद के मटकुली की झिरिया बीट के कक्ष क्रमांक 431 से रेस्क्यू कर लाया गया।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जे.एस. चौहान ने बताया कि मटकुली वन परिक्षेत्र के गश्ती दल को मंगलवार 17 जनवरी को झिरिया बीट में विद्युत लाईन के पास घायल तेन्दुए के दिखाई देने पर त्वरित कार्यवाही की गई। उसका रेस्क्यू किया गया। यह मादा तेन्दुआ के गंभीर रूप से घायल होने और चल फिर सकने में असमर्थ होने पर वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस मादा तेन्दुए के इलाज पर निगरानी रखी जा रही है।