Betul Govansh Taskari : बैतूल। जिले की आठनेर पुलिस ने गोवंश को कत्लखाने ले जा रहे 2 पिकअप वाहन को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इनसे 7 गोवंश ले जाए जा रहे थे। दोनों वाहनों के चालक पुलिस द्वारा पीछा किए जाने पर वाहन छोड़ कर फरार होने में सफल हो गए। उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि 15 मई की रात्रि में थाना प्रभारी आठनेर को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि बैतूल तरफ से दो बोलेरो पिकअप वाहन में गौवंश को क्रूरता पूर्वक भरकर, वध करने के लिये मांडवी-सातनेर के रास्ते महाराष्ट्र की ओर ले जाया जा रहा है।
इस सूचना टीम बनाकर सूचना की तस्दीक हेतु सातनेर तरफ पुलिस पहुंची तो दो पिकअप वाहन हिवरा जोड़ से आगे मेन रोड पर दिखे। वाहनों में पीछे पटिया लगी हुई थी। दोनों वाहन के चालक पुलिस को आता देख तेजी से पिकअप वाहन को भगाने लगे। इस पर पुलिस ने उनका पीछा किया।
अंधेरे का फायदा उठा कर भागा
पुलिस स्टाफ ने ग्रामीणों की मदद से घेराबंदी कर ग्राम बोथी, नवीन अम्बाड़ा में रात करीब 3.45 बजे रोकने का प्रयास किया। इस पर थोड़ा सा आगे एक पिकअप का चालक रोड किनारे गाड़ी खड़ी करके रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया।
खंती में पलटाकर हुआ फरार
उक्त वाहन पर दो स्टाफ को छोड़कर आगे जाने वाली पिकअप का पीछा किया गया। उस वाहन को भी आगे चलकर उसका चालक थोडी दूरी पर ले जाकर नाले के पास में रोड किनारे खंती में पलटा कर रात अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। दोनों वाहनों को चैक किया गया तो एक पिकअप में 4 बैल तथा दूसरी पलटी हुई पिकअप में 3 बैल भूखे-प्यासे, क्रूरता पूर्वक बंधे मिले।
मवेशियों को पहुंचाया गोशाला (Betul Govansh Taskari)
इन गोवंश को विधिवत कार्यवाही करते हुए वाहनों को थाना परिसर में लाकर खड़ा कराया गया एवं गौवंश को पारसडोह गौशाला में सुरक्षार्थ रखा गया।
वाहन चालकों पर अपराध दर्ज (Betul Govansh Taskari)
दोनों वाहनों के अज्ञात चालकों के विरुद्ध थाना आठनेर में पृथक-पृथक अपराध मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 9, मध्यप्रदेश कृषि उपयोगी संरक्षण अधिनियम धारा 9, 11 एवं पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम 1960 धारा 11 घ के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
इनकी रही मुख्य भूमिका (Betul Govansh Taskari)
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी आठनेर सरविंद धुर्वे, उपनिरीक्षक मांगीलाल ठाकरे, सहायक उप निरीक्षक दिनेश धुर्वे, हेड कांस्टेबल बलराम सरयाम, आरक्षक चालक किशोर साहू, आरक्षक गिर्राज की सरहानीय भूमिका रही।