अंकित सूर्यवंशी, आमला
Betul Crime : बैतूल जिले के आमला शहर से एक साल पहले अपहृत 3 साल के बच्चे को पुलिस ने दस्तयाब (बरामद) कर लिया है। बच्चे का अपहरण एक भीख मांगने वाले दंपती ने किया था। कुछ दिन उसे उन्होंने साथ रखा पर वह ज्यादा रोने लगा तो उसे नागपुर के इतवारी रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया था। वहां से वह एक अनाथालय पहुंच गया था। पुलिस ने बच्चे का अपहरण करने वाले पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
आमला टीआई संतोष पंद्रे ने बताया कि घटना दिनाँक 07 जनवरी 2022 को फरियादिया संगीता पति मुकद्दर शेख उम्र 25 साल निवासी लक्ष्मण नगर आमला ने रिपोर्ट लिखवाई कि 26 दिसंबर 2021 को वह अपने लड़के सुल्तान और टीपू को लेकर घूम रही थी। रेल्वे स्टेशन आमला पर राहुल, रूबिना और एक बुड्ढा बाबा मिले थे। राहुल को वह पहले से जानती है जो भीख मांगने का काम करता है। इसके बाद वह घूमते हुये शासकीय अस्पताल के गेट के पास बच्चे टीपू और सुल्तान को छोड़कर पीने का पानी लेने के लिये अंदर चली गई। बाहर आकर देखी तो सुल्तान अकेला खेल रहा था, टीपू नहीं था। राहुल और रूबिना भी नहीं दिखे।
टीपू को आसपास तथा रेल्वे स्टेशन मे तलाश किया किन्तु टीपू नहीं मिला। भिखारी राहुल और रूबिना ने बालक टीपू को बहला फुसलाकर लेकर गये हैं। फरियादिया की रिपोर्ट पर थाना आमला में धारा 363 का प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया। अपहृत बालक एवं संदेहियों की सूचना देने पर 3000 रूपये नगद ईनाम की भी घोषणा की गई। पुलिस थाना आमला की अलग-अलग पुलिस टीमें तैयार कर आमला से छिन्दवाड़ा होकर नागपुर तथा नागपुर से लेकर भोपाल एवं बीना से लेकर भुसावल तक सभी ट्रेन रूटों पर बालक एवं आरोपियों की तलाश पतासाजी में लगाया गया। बालक के रंगीन इश्तहार छपवाये गये तथा प्रमुख समाचार पत्रों में भी छपवाया गया।
विवेचना के दौरान 29 जनवरी 2023 को मुखबिर की सूचना मिली कि संदेही राहुल परते और रूबिना ताजुद्दीन बाबा के जन्मदिन के कार्यक्रम में ताजबाग नागपुर आये हैं। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल ताजबाग नागपुर पहुँचकर संदेहियों की तलाश पतासाजी की गई। इस बीच संदेही राहुल पुलिस को देखकर भागने लगा, जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर आरोपी कभी कुछ तो कभी कुछ बताकर गुमराह करते रहा। जब हिकमत अमली से पूछताछ की गई तो संदेही सोनू उर्फ राहुल परते ने बताया कि वह तथा उसकी पत्नी रूबिना ट्रेनों में भीख मांगने का काम करते हैं। बच्चा साथ में हो तो ज्यादा भीख मिल जाती है।
इसलिये आमला से टीपू को उठाकर ले आये थे। करीब छः माह तक टीपू को लेकर नागपुर तथा आस–पास के गाँवों में पुलिस से छिपते हुये भीख मांगते रहे। फिर जब टीपू रो-रोकर ज्यादा परेशान करने लगा तो जून के महीने में इतवारी रेल्वे स्टेशन पर छोड़ दिया। उक्त सूचना के आधार पर इतवारी रेल्वे स्टेशन नागपुर, मेन रेल्वे स्टेशन नागपुर एवं आसपास के चाईल्ड होम तथा अनाथालय में पतासाजी की गई। इस पर उक्त बालक टीपू शेख श्रृध्दानंद अनाथालय नागपुर में सकुशल मिला। आरोपी सोनू उर्फ राहुल परते पिता ईनू परते उम्र 22 साल निवासी रावनवाड़ा टपरिया हाल – कब्रिस्तान रोड़ ताजबाग नागपुर एवं रूबिना सैयद पति सोनू परते उम्र 21 साल के खिलाफ साक्ष्य होने से दोनों को गिरफ्तार कर आमला लाया गया। जिन्हें न्यायालय पेश किया जा रहा है।
उक्त उल्लेखनीय कार्यवाही में निरीक्षक सन्तोष पन्द्रे थाना प्रभारी आमला, एसआई नितिन उइके, एएसआई पंचम सिंह उइके, हेड कांस्टेबल सुनील राठौर, दिलीप झरबड़े, बसंत उइके, कांस्टेबल रामकिशन नागौतिया, जितेंद्र, रोहित कुशवाह, राजेन्द्र धाड़से, दिपेन्द्र सिंह, नागेन्द्र सिंह की भूमिका रही है।(Betul Crime)