मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में इस साल सामान्य से काफी अधिक बारिश हुई है। कई-कई दिनों तक जिले में बारिश होती रही। इसके चलते फसलें पानी में डूबी रही। अधिक बारिश ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। अब संबंधित किसान फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट, तहसील कार्यालय और अन्य अधिकारियों के पास पहुंचने लगे हैं। मंगलवार को भी चिचोली क्षेत्र के विभिन्न गांवों से किसान जिला मुख्यालय पहुंचे। उधर भैंसदेही में भी किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा और मुआवजे की मांग की।
विधायक प्रतिनिधि अकरम पटेल के नेतृत्व में 11 ग्राम पंचायतों बेला, चुरनी, चिरापाटला, कामठामाल, बोड रैयत, कुरसना, गवासेन, झिरियाडोह, टोकरा, बल्लौर और खपरिया के किसान आज बैतूल पहुंचे। वे अपने साथ अधिक बारिश के कारण खराब हुई फसल भी अधिकारियों को दिखाने लाए थे। ग्रामीण तनवीर खान पटेल, फिरोज पटेल, पुनू वटके, रामदयाल पटेल, साहबलाल पांसे, कालू सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि चिचोली की इन 11 पंचायतों में मक्का की फसल अधिक बारिश के कारण पूरी तरह से खराब हो चुकी है।
इससे किसानों को किसी तरह का उत्पादन नहीं मिलना है। यही कारण है कि फसल की बुआई में उनके द्वारा जो लागत लगाई है वह भी निकल पाना संभव नहीं है। किसानों की फसल बीमा की राशि काटी गई है। अत: इन पंचायतों में मक्का की फसल की तुरंत जांच-पड़ताल कर खराब हुई फसलों के लिए मुआवजा राशि और बीमा राशि दी जाएं।
पूर्व में वर्ष 2020 में भी मक्का की फसल अधिक बारिश के कारण खराब हुई थी। जिसका मुआवजा नाममात्र का ही मिला था। दूसरी ओर फसल बीमा राशि काटी जाने के बावजूद भी बीमा राशि आज तक प्राप्त नहीं हुई है। विगत 12 फरवरी 2022 को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा बैतूल में पूरे मध्यप्रदेश में बीमा राशि बांटी गई, लेकिन इन 11 पंचायतों में बीमा राशि आज तक नहीं मिल पाई है।
भैंसदेही क्षेत्र के किसानों ने भी उठाई मांग
बैतूल के विकासखंड भैंसदेही में भी अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलें खराब हो चुकी है। जिसके कारण किसानों की आर्थिक हालत खस्ता हो चुकी है। यह खराब फसल लेकर क्षेत्र के किसान पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह किलेदार के नेतृत्व में तहसील कार्यालय पहुंचे। यहां तहसीलदार के नाम ज्ञापन सौंपकर अति वृष्टि से फसलों के हुए नुकसान का शीघ्र सर्वे कराकर उचित मुआवजा देने की मांग की।
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ज्ञापन में बताया गया है कि भैंसदेही क्षेत्र के ग्राम जामझिरी, घोघामा, काटोल, मालेगांव और अन्य ग्रामों में भारी वर्षा के कारण सोयाबीन एवं मक्का की फसल बर्बाद हो चुकी है। किसान की आर्थिक हालत बिगड़ चुकी है। अत: क्षेत्र में शीघ्र सर्वे करवा कर अतिवृष्टि से किसानों की फसल का जो नुकसान हुआ है, उसका सरकार शीघ्र मुआवजा देवें।
ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी किसान मोर्चा सदस्य बालकृष्ण वागद्रे, सुनील गौरव, अरुण किराड़, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष राजू कुंभारे, कृष्णा लोखंडे, वासुदेव लोखंडे, साहबराव, परसराम लोखंडे, अजाबराव उइके सहित अनेक किसान शामिल हैं।