लोकेश वर्मा, मलकापुर (बैतूल)
भारत सरकार (Indian government) की अनुशंसा पर संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (international millet year) घोषित किया है। इसका कारण बाजरे से पैदा होने वाले फूड प्रॉडक्ट को बढ़ावा देना है। ताकि वैश्विक बीमारियों पर नियन्त्रण किया जा सके। आज हम सबसे ज्यादा बाजरा पैदा करते हैं, लेकिन खान पान में इसका प्रयोग कम करते जा रहे हैं। जबकि खाने के मामले में सबसे ज्यादा फायदेमंद बाजरा है।
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जहां तक बाजरे के गुणों की बात है तो यह सभी खाने के अनाजों में सबसे गुणकारी है। बाजरे में फाइबर्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। प्रोटीन और अमीनो अम्ल भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। बाजरे में कैंसर कारक टॉक्सिन भी नहीं बनते हैं जो दूसरे धानो में बनते हैं।
स्वाद के जैसे ही गुण भी प्रचुर (Bajre ke Fayde)
बाजरे की रोटी का स्वाद जितना अच्छा है, उससे अधिक उसमें गुण भी है। बाजरे की रोटी खाने वाले को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाला रोग आस्टियोपोरोसिस और खून की कमी यानी एनीमिया नहीं होता।
शरीर को मिलती पर्याप्त ऊर्जा
योगाचार्य कमलेश कहते हैं कि बाजरे से शरीर को पर्याप्त एनर्जी मिलती है। जिससे शरीर चुस्त और फुर्तिला बना रहता है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है जो स्वस्थ दिल के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी है।
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नहीं होते लीवर संबंधी रोग
बाजरा लीवर से संबंधित रोगों को भी कम करता है। गेहूं और चावल के मुकाबले बाजरे में उर्जा कई गुना अधिक है। बाजरे में भरपूर कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए रामबाण औषधि है। इसमें आयरन अधिक होने से खून की कमी से होने वाले रोग तो हो ही नहीं सकते। कैल्शियम की गोली खाने के बजाय रोज बाजरे की दो रोटी खा ली जाए तो उसके स्थान की पूर्ति हो जाती है।
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नियमित सेवन से नहीं होता कुपोषण
यदि बाजरे का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो कुपोषण, क्षरण संबंधी रोग और असमय वृद्ध होने की प्रक्रिया को दूर करता है। यह एंजायटी, डिप्रेशन और नींद ना आने की बीमारियों के लिए फायदेमंद औषधि है और माइग्रेन के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसमें लेसीथीन और मेथीयोरनियन नामक अमीनो अम्ल होते हैं। जो अतिरिक्त वसा को हटाकर कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करते हैं।
त्वचा और बालों के लिए भी उपयोगी(Bajre ke Fayde)
बाजरा डायबिटीज में भी उपयोगी है। ज्यादा वजन वालों के लिए यह रामबाण औषधि है क्योंकि हमारे वजन को नियंत्रित रखता है। त्वचा और बालों के लिए भी यह खास उपयोगी है। अस्थमा के रोगी को बाजरे का उपयोग करना चाहिए। यह शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर शरीर को स्वस्थ रखता है। इतना गुणकारी होने के बाद भी हम बाजरे को भोजन से दूर करते जा रहे हैं। खाली कागजों में बाजरा वर्ष मनाने से कुछ नहीं होगा। बाजरे से उत्पन होने वाले खाद्य पदार्थों को भोजन में शामिल करके ही स्वस्थ हो सकते हैं।