bachcho ne kiya lokarpan : इंतजार करते-करते थक गए तो बच्चों ने खुद ही पौधारोपण कर कर लिया नए स्कूल भवन का लोकार्पण

◼️ प्रकाश सराठे, रानीपुर
बैतूल जिले के ग्राम रानीपुर में लंबे समय से तैयार नई बिल्डिंग का आचार संहिता लगी होने के कारण लोकार्पण नहीं हो पा रहा था। लेकिन, बच्चों की समस्या को देखते हुए आज आखिरकार स्कूली व ग्रामीण बच्चों व ग्राम पटेल ने मिलकर इसका लोकार्पण कर लिया। मां सरस्वती के छाया चित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रांगण में छायादार व फलदार वृक्ष रोप कर भवन का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण को लेकर तो खुशी है, लेकिन हाई स्कूल को प्रारंभ हुए 13 साल बीत जाने के बाद भी उन्नयन का काम अधर में लटका हुआ है। ग्रामीणों का मानना है कि लोकार्पण के साथ उन्नयन भी हो जाता तो अच्छा था। बच्चों को बाहर पढ़ाई के लिए नहीं जाना पड़ता। अभी बच्चे 11 वीं और 12 वीं में अध्ययन करने के लिए खतरा उठा कर जुआड़ी जाने को मजबूर हैं।

जमीन के दानदाता रमेश पटेल ने बताया कि रानीपुर में स्कूल का नया भवन तैयार है। इसके बनने में करोड़ों रुपए की लागत लगी है। कुछ कार्य अभी इसमें बाकी हैं। उन्हें भी शीघ्र पूरा करवाया जाएगा। बच्चों की समस्याओं को देखते हुए आज लोकार्पण कर दिया गया है। एक-दो दिन बाद से उसमें कक्षाएं लगाई जाएगी। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य रूप से जमीन के दानदाता रमेश पटेल, रिटायर शिक्षक गेंदूलाल जावलकर, प्राचार्य बबीता वर्मा, पालक-शिक्षक संघ अध्यक्ष एवं समस्त शिक्षक स्टाफ उपस्थित था।

पुराने जर्जर भवन से मिलेगी मुक्ति

कक्षा नौवीं और दसवीं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब पुराने जर्जर व टपकते हुए छत के नीचे बैठने से मुक्ति मिल जाएगी। पूर्व में बच्चों को बालक शाला एवं माध्यमिक शाला की जर्जर हो चुकी बिल्डिंगों के नीचे बैठकर मजबूरी में पढ़ाई करना पड़ रहा था।

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उन्नयन का है ग्रामीणों को इंतजार

रानीपुर में शासकीय हाई स्कूल खुले सालों बीत जाने के बाद भी हायर सेकंडरी में उन्नयन नहीं हो पाया है। हायर सेकेंडरी स्कूल न होने से क्षेत्र के दर्जनों गांवों रानीपुर, कुही, हीरावाड़ी, मयावानी, आमढाना, चारगांव, अनकावाड़ी, लोहरढाना सहित आसपास के अन्य गांवों के छात्र-छात्राओं को राजमार्ग के रास्ते साइकिल व अन्य माध्यम से लगभग 8-10 किमी दूर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जुवाड़ी पढ़ने जाना होता है।

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हादसों का हरदम बना रहता है डर

अधिक दूरी व हाईवे पर अत्याधिक आवागमन होने से पालकों व छात्र-छात्राओं में दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। ऐसे में शासकीय हाई स्कूल रानीपुर का ग्रामीणों द्वारा हायर सेकंडरी में उन्नयन करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही सांसद-विधायक से नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व इस स्कूल के उन्नयन की मांग की थी। नया शिक्षा सत्र तो प्रारंभ हो गया और भवन का लोकार्पण भी हो गया पर उन्नयन नहीं हुआ है। ऐसे में बच्चों को दूसरे गांव में पढ़ने ही जाना पड़ेगा। ग्रामीणों एवं पालकों ने कलेक्टर बैतूल एवं जनप्रतिनिधियों से शीघ्र ही हाई स्कूल को उन्नयन करने की मांग की है।

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अभी इतने बच्चे स्कूल में अध्ययनरत

रानीपुर के माध्यमिक स्कूल में कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक 139 बच्चे अध्ययन करते हैं। वहीं शासकीय हाई स्कूल में नौवीं और दसवीं में 274 बच्चे अध्ययनरत हैं। इस तरह कक्षा 6 से लेकर कक्षा 10 तक यहां 413 बच्चे अध्ययन कर रहे हैं। पर्याप्त कक्ष नहीं होने से दो शिफ्ट में स्कूल लग रहा था। कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के बच्चों को की कक्षाएं सुबह 7.30 से 12.30 बजे तक और कक्षा 9 और 10 के बच्चों की पढ़ाई दोपहर 12 से 4.30 बजे तक लगती थी। अब स्कूल का लोकार्पण हो जाने से मिडिल एवं हाईस्कूल की कक्षाएं सही समय पर लग पाएंगी।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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