Ayushman Bharat Yojana : कैशलेस इलाज से इंकार नहीं कर सकते अस्पताल, नहीं तो होगी दंडात्मक कार्रवाई

Ayushman Bharat Yojana : कैशलेस इलाज से इंकार नहीं कर सकते अस्पताल, नहीं तो होगी दंडात्मक कार्रवाई
Ayushman Bharat Yojana : कैशलेस इलाज से इंकार नहीं कर सकते अस्पताल, नहीं तो होगी दंडात्मक कार्रवाई

Ayushman Bharat Yojana  : नई दिल्ली। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) के अंतर्गत इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। यह सूचीबद्ध अस्पताल पात्र लाभार्थियों को उन विशिष्टताओं के लिए कैशलेस उपचार की पेशकश करने के लिए बाध्य हैं जिन्हें इसमें सूचीबद्ध किया गया है।

ऐसा करने में विफल रहने पर दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है और जिसमें पैनल से बाहर करना भी शामिल हो सकता है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्र के लिखित उत्तर में दी है ।

राज्य मंत्री प्रो. बघेल ने बताया कि यदि लाभार्थियों को उपचार से वंचित कर दिया जाता है, तो कोई भी व्यक्ति पोर्टल पर, राष्ट्रीय कॉल सेंटर 14555 के माध्यम से या मेल, पत्र, फैक्स आदि के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है।

शिकायत को अच्छी तरह से परिभाषित प्रक्रिया के अनुसार स्वीकार किए जाने के साथ ही दर्ज किया जाएगा और आगे बढ़ा कर उसका समाधान भी निकला जाएगा। एबी पीएम-जेएवाई लाभार्थियों की सभी शिकायतों का समाधान त्रिस्तरीय शिकायत निवारण संरचना के माध्यम से कुशल, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से किया जाता है।

27 श्रेणियों में प्रदान किया जाता है उपचार (Ayushman Bharat Yojana)

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) अस्थि रोगों (आर्थोपेडिक्स डिजीजेज), कैंसर विज्ञान (ऑन्कोलॉजी) , हृदयरोग विज्ञान (कार्डियोलॉजी) और सामान्य चिकित्सा आदि सहित 27 विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत कुल 1949 प्रक्रियाओं के अनुरूप उपचार प्रदान करती है। (Ayushman Bharat Yojana)

सवा 20 लाख मरीज हो चुके भर्ती (Ayushman Bharat Yojana)

इनमें से अस्थि रोग (आर्थोपेडिक डिजीजेज) के लिए कुल 141 प्रक्रियाएं संबंधित हैं। इसके अलावा, 4 दिसंबर 2023 तक, 20.25 लाख रोगी अस्पतालों में भर्ती हुए जिनके लिए इस योजना के अंतर्गत अस्थि संबंधी रोगों के उपचार के लिए 5,289.4 करोड़ रुपये अधिकृत किए गए हैं। (Ayushman Bharat Yojana)

एम्स में भर्ती होते देश भर के मरीज (Ayushman Bharat Yojana)

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स- एआईआईएमएस) देश का शीर्ष तृतीयक देखभाल अस्पताल है और इसलिए यह देश भर से रोगियों को आकर्षित करता है। एम्स जहां एक ओर आपातकालीन मामलों को तुरंत स्वीकार करता है, वहीं कभी-कभी बिस्तर की उपलब्धता के आधार पर वैकल्पिक सर्जरी के मामले में बाद की तारीख भी प्रदान करता है। (Ayushman Bharat Yojana)

रोगी हाली चिकित्सा (सर्जरी) / प्रवेश की प्रारंभिक तिथि के लिए एबी पीएम-जेएवाई के अंतर्गत कार्यान्वयन प्राधिकरण से सहायता मांगते हैं। जहां भी संभव हो, लाभार्थियों को सहायता प्रदान की जाती है। (Ayushman Bharat Yojana)

अस्पतालों के खिलाफ इतनी शिकायतें (Ayushman Bharat Yojana)

पैनल में शामिल विभिन्न अस्पतालों के विरुद्ध देश भर से प्राप्त 4,198 शिकायतों में से 4,117 का समाधान कर दिया गया है। इसके अलावा, एम्स, दिल्ली के संबंध में ऐसी 16 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से सभी का सफलतापूर्वक समाधान कर दिया गया है। (Ayushman Bharat Yojana)

यहां की जा सकती है शिकायत (Ayushman Bharat Yojana)

राष्ट्रीय कॉल सेंटर अथवा शिकायत निवारण पोर्टल (https://cgrms.PM-JAY.gov.in/) या किसी अन्य माध्यम से प्राप्त किसी भी शिकायत के लिए एक केंद्रीय शिकायत निवारण प्रबंधन प्रणाली (सीजीआरएमएस) की स्थापना की गई है। इसे तुरंत आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रत्येक एसएचए में नामित संबंधित राज्य शिकायत नोडल अधिकारी को सौंपा जाता है। (Ayushman Bharat Yojana)

शिकायत पर अस्पताल पैनल से बाहर (Ayushman Bharat Yojana)

कई बार जागरूकता की कमी के कारण भी लाभार्थियों द्वारा शिकायतें उठाई जाती हैं। एक अस्पताल के खिलाफ उस श्रेणी (विशेषज्ञता) के अंतर्गत उपचार प्रदान नहीं करने की शिकायत दर्ज की गई है जिसके लिए उसे सूचीबद्ध नहीं किया गया है। (Ayushman Bharat Yojana)

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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