ATM Rules : सोशल मीडिया के आने पर कई उपयोगी और ज्ञानवर्धक जानकारी बैठे बिठाए और मुफ्त में मिल रही है। पहले इन्हीं जानकारियों के लिए हमें कई किताबें खंगालना पड़ता था या फिर गूगल पर सर्च करना पड़ता था। इसके बावजूद कई जानकारियां नहीं मिल पाती थी। अब कई रोचक जानकारियां हम न केवल पढ़ पाते हैं बल्कि उनके वीडियो भी आसानी से देख पाते हैं।
सोशल मीडिया ने एक ओर जहां सूचनाओं और जानकारियों तक लोगों की पहुंच बड़ी आसान कर दी है वहीं अफवाहों के बाजार को भी बढ़ावा दिया है। रोजाना इस सोशल मीडिया पर चलने वाली जानकारियों में से अधिकांश गलत, झूठी और फेक भी होती हैं। यह कहने से कोई गुरेज नहीं कि सोशल मीडिया एक तरह से अफवाह फैलाने और दुष्प्रचार करने का एक बड़ा हथियार भी बन गया है।
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अधिकांश लोग सोशल मीडिया पर आने वाली जानकारी और खबरों का फैक्ट चेक करने की जरूरत ही नहीं समझते और उसे सच मान लेते हैं। इससे कई गलत जानकारियां और फैक्ट भी अपनी तेज रफ्तार से दौड़ते रहते हैं और लोग उन्हें ही पूरी तरह सत्य समझते और मानते रहते हैं। सोशल मीडिया के जरिए एटीएम को लेकर आई एक जानकारी भी इसी कैटेगिरी में रखी जा सकती है।
यह जानकारी एटीएम के सीक्रेट कोड को लेकर है। अक्सर बताया जाता है और सोशल मीडिया पर तो यह जानकारी खासी वायरल भी हुई थी। इसमें बताया जाता है कि यदि एटीएम मशीन में एटीएम का कोड उल्टा डाल दिया जाता है तो पुलिस को इसकी तत्काल सूचना उस एटीएम की लोकेशन सहित मिल जाती है और वहां पुलिस पहुंच जाती है।
वायरल होने वाली जानकारी में बताया जाता है कि यह व्यवस्था बैंकों द्वारा इसलिए की जाती है ताकि कोई गुंडा बदमाश यदि किसी से जोर जबरदस्ती से पैसे निकलवाना चाहे तो इस तरकीब से न केवल वह बच सकता है बल्कि गुंडे बदमाश भी पुलिस की गिरफ्त में चले जाएंगे। इस जानकारी को अधिकांश लोग सच मान कर चलते हैं क्योंकि पुलिस आ जाएगी, इस डर से शायद ही किसी ने इसे ट्राय किया हो।
इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर चाहे जो भी जानकारी हो, लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है? क्या सच में एटीएम का कोड उल्टा डालने पर पुलिस को सूचना मिल जाती है और वो मौके पर पहुंच जाती है? आज हम इसी की हकीकत जानने का प्रयास करेंगे। इसकी वास्तविक जानकारी सामने आना इसलिए भी जरूरी है ताकि कोई भी व्यक्ति इसे लेकर किसी गफलत में न रहे और किसी खतरे की स्थिति में उल्टा कोड डालकर केवल पुलिस का ही इंतजार न करता रहे।
दरअसल, इसी बात को लेकर सवाल जवाबों की वेबसाइट कोरा पर एक यूजर ने सवाल किया था। सवाल था कि “क्या यह सच है कि एटीएम में अपने कार्ड कोड को उल्टा टाइप करने से पुलिस को स्वत: संकेत मिलता है कि आप हमले के शिकार हैं?” इस सवाल का जवाब एक अन्य यूजर नीलाभ वर्मा ने दिया है। अपने जवाब से उन्होंने इस संबंध में सारी गलतफहमियों को दूर कर दिया है।
श्री वर्मा ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं एक कंप्यूटर इंजीनियर हूँ इसिलए इसे मैं सरल भाषा में समझाता हूँ। उल्टा पिन डालने से जो होगा उसे चार आसान चरणों में समझते हैं- (ATM Rules)
- पहली बार उल्टा पिन डालने पर ATM मशीन उसे गलत पिन के रूप में रिकॉर्ड कर लेगी।
- दूसरी बार पुनः उल्टा पिन डालने पर ATM मशीन उसे दोबारा गलत पिन के रूप में रिकॉर्ड कर लेगी।
- जैसे ही आप तीसरी बार उल्टा पिन डालेंगे, ATM मशीन आपके कार्ड को ब्लॉक कर देगी। इसके बाद चाह कर भी आप उस कार्ड से सही पिन डाल कर भी पैसे नहीं निकाल पाएंगे।
- चौथे और अंतिम चरण में होगा ये कि पैसे ना मिलने की कुंठा और निराशा में वो सभी गुंडे तबियत से आपको कूट देंगे।
कुल मिलाकर बात ये है कि इन उलटे पिन वाली बेसिरपैर की बातों में विश्वास ना करें। यदि ऐसी स्थिति में फस जाएँ तो चुपचाप 5-10 हजार रूपये उन्हें देकर छुटकारा पाएं। आमतौर पर एटीएम की डेली की यही लिमिट होती है। आपका जीवन उन 10000 रुपयों से बहुत अधिक कीमती है।
बाद में सुरक्षित निकलने के बाद आप जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करें। यदि वे लोग आपका ATM कार्ड ले गए हों तो तत्काल बैंक को फ़ोन कर या ऑनलाइन अपना कार्ड ब्लॉक करवा लें। कार्ड ब्लॉक करने की सुविधा बैंक में 24 घंटे उपलब्ध रहती है।
जरा सोचिए अगर आपका पिन 1111, 1001, 4554 जैसा कुछ हो तो ये महान तकनीक कैसे काम करेगी? इसलिए दिमाग से काम लें और सुरक्षित रहें।
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