Astronomical Event: मंगलवार शाम आसमान में सूर्य की लालिमा कम होती ही हंसियाकार चांद का साथ देते चमकता शुक्र और लालिमा के साथ मंगल ग्रह नज़र आये। ये मिथुन तारामंडल की पृष्ठभूमि में मिलते से दिख रहे थे। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी से लगभग 4 लाख 500 किमी दूर स्थित चंद्रमा का 14 प्रतिशत भाग चमकता दिखते हुये उसके मुस्कुराने सा आभास करा रहा था। उसके साथ माइनस 4.33 मैग्नीट्यूड से चमकता शुक्र ग्रह था। शुक्र पृथ्वी से 12 करोड़ 7 लाख किमी की दूरी पर था। इनके उपर कुछ लालिमा लिये मंगल ग्रह था जो कि पृथ्वी से 28 करोड़ 89 लाख किमी दूर था। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी वे बनने वाले कोण के कारण आपस में मिलते से नज़र आ रहे थे।
सारिका ने बताया कि इनके साथ ही रोमन पौराणिक कथाओं की मान्यता के अनुसार जुड़वां भाईयों के रूप में माने जाने वाले मिथुन तारामंडल के दो तारे पोलुक्स और केस्टर दिख रहे थे।
सारिका ने विद्याविज्ञान के अंतर्गत टेलिस्कोप की मदद से इन खगोलीय पिंडों का अवलोकन करवाया एवं उनके फोटोग्राफ लिये तथा जानकारी दी कि बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा।