Aadhar Card Update: यदि आपने अपना आधार कार्ड 10 साल पहले बनवाया हो तो उसे तत्काल अपडेट कराना होगा। इसके लिए व्यक्तिगत पहचान और पते के दस्तावेज अपडेट करना होगा। ऐसा ना करने पर आपके आधार कार्ड पर आधारित जरूरी काम अटक भी सकते हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 11 अक्टूबर 2022 को बाकायदा सूचना जारी कर ऐसे आधार कार्ड धारियों से अपने दस्तावेज अपडेट करवाने का आग्रह किया है।
उल्लेखनीय है कि विगत 10 वर्षों के दौरान, आधार नंबर व्यक्ति की पहचान के प्रमाण के रूप में उभरा है। आधार नंबर का उपयोग विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है। इन योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ उठाने के लिए, सभी को व्यक्तिगत नवीनतम विवरण से आधार डाटा को अपडेट रखना है ताकि आधार प्रमाणीकरण और सत्यापन में असुविधा न हो। इसलिए ऐसे व्यक्ति जिन्होंने अपना आधार ‘10’ वर्ष पूर्व बनवाया था एवं उसके बाद से इन सालों में कभी अपडेट भी नहीं करवाया है, ऐसे आधार नंबर धारकों को डॉक्यूमेंट अपडेट करवाने का आग्रह UIDAI द्वारा किया गया है।
ऐसे कर सकते हैं अपने दस्तावेज अपडेट
इस सम्बन्ध में आधार नंबर धारकों को UIDAI ने डॉक्यूमेंट अपडेट की सुविधा निर्धारित शुल्क के साथ प्रदान की है। इसके द्वारा आधार नंबर धारक व्यक्तिगत पहचान के प्रमाण (POI) और पते के प्रमाण (POA) दस्तावेजों को आधार डाटा में अपडेट कर सकता है| इस सुविधा को My Aadhaar Portal (https://myaadhaar.uidai.gov.in/) के माध्यम से ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकता है। इसके साथ ही लोग अपना आधार अपडेट करने के लिए किसी भी नजदीकी नामांकन केंद्र पर भी जा सकते हैं।
जुलाई तक बन चुके भारत में 134.11 करोड़ आधार
उल्लेखनीय है कि भारत में आधार पंजीकरण, उपयोग तथा इसे अपनाने का काम तेजी से चल रहा है। जुलाई महीने के अंत तक निवासियों के लिए 134.11 करोड़ आधार नंबर तैयार किए जा चुके हैं। जुलाई के महीने में निवासियों द्वारा 1.47 करोड़ आधार अद्यतन किए गए और नागरिकों के अनुरोध पर 63.55 करोड़ आधार नंबर सफलतापूर्वक अद्यतन किए गए हैं। आधार को अद्यतन करने के अनुरोध जनसांख्यिकी के साथ-साथ बायोमैट्रिक अद्यतन से संबंधित हैं जो आधार केन्द्रों पर या ऑनलाइन आधार प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किए गए।
लेन देन का भी मजबूत प्रमाण बन रहा आधार
जुलाई महीने में आधार के माध्यम से 152.5 करोड़ प्रमाणीकरण लेनदेन किए गए। इनमें से अधिकतर मासिक लेनदेन फिंगर-प्रिंट बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करके (122.57 करोड़) किए गए। इसके बाद जनसांख्यिकीय प्रमाणीकरण किया गया। जुलाई 2022 के अंत तक अब तक कुल 7855.24 करोड़ आधार प्रमाणीकरण किए गए हैं जबकि जून के अंत तक ऐसे 7702.74 करोड़ प्रमाणीकरण किए गए थे।
आधार: सुशासन का डिजिटल बुनियादी ढांचा
आधार सुशासन का एक डिजिटल बुनियादी ढांचा है। यह जीवन में सुगमता और व्यवसाय करने में सुगमता दोनों के लिए उत्प्रेरक है। डिजिटल आईडी केन्द्र और राज्यों में विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों को लक्षित लाभार्थियों को दक्षता, पारदर्शिता और कल्याणकारी सेवाएं प्रदान करने में सुधार लाने में मदद कर रहा है। केन्द्र और राज्यों द्वारा चलाई जा रही लगभग 900 सामाजिक कल्याण की योजनाओं को अब तक आधार का इस्तेमाल करने के लिए अधिसूचित किया गया है। आधार पेमेंट ब्रिज (एपीबी) एलपीजी, मनरेगा तथा राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम या एनएएसपी के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण सहित कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कागजी कार्यवाही को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका
यह कागजी कार्यवाही को समाप्त करता है और केवाईसी पंजीकरण के लिए प्रायः आवश्यक व्यक्तिगत सत्यापन होता है। आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) और माइक्रो एटीएम के नेटवर्क के माध्यम से 1507 करोड़ से अधिक अंतिम छोर तक बैंकिंग लेनदेन संभव हो सका है। इस प्रणाली ने पिरामिड के निचले भाग में वित्तीय समावेश को सक्षम किया है। अकेले जुलाई महीने में पूरे भारत में 22.37 करोड़ एईपीएस लेनदेन किए गए।