Urea-DAP Price : यूरिया और डीएपी की असली कीमत जान कर हो जाएंगे हैरान

Urea-DAP Price : हम सभी जानते हैं कि यूरिया की एक बोरी 266 रुपये में और डीएपी की बोरी 1350 रुपये में मिलती है। लेकिन शायद यह बात बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि इस कीमत में किसी तरह का मुनाफा होना तो दूर बल्कि लागत भी नहीं निकल पाती है। यूरिया और डीएपी की वास्तविक कीमत यदि आप जान लें तो हैरान हो जाएंगे।

Urea-DAP Price : यूरिया और डीएपी की असली कीमत जान कर हो जाएंगे हैरान

Urea-DAP Price : हम सभी जानते हैं कि यूरिया की एक बोरी 266 रुपये में और डीएपी की बोरी 1350 रुपये में मिलती है। लेकिन शायद यह बात बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि इस कीमत में किसी तरह का मुनाफा होना तो दूर बल्कि लागत भी नहीं निकल पाती है। यूरिया और डीएपी की वास्तविक कीमत यदि आप जान लें तो हैरान हो जाएंगे।

हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक पत्रकार वार्ता में यूरिया और डीएपी की असली कीमतों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि यूरिया की एक बोरी 2366 रुपए में आती है। जबकि हम किसानों को 266 रुपए में उपलब्ध कराते हैं। इसी तरह डीएपी की एक बोरी 2433 रुपए की आती है। जिसे हम किसानों को 1350 रुपए में उपलब्ध कराते हैं।

दरअसल, यूरिया और डीएपी जैसे फर्टिलाइजर/खाद किसानों को वास्तविक कीमतों पर उपलब्ध कराए जाएं तो अधिकांश किसान खेती ही नहीं कर पाएंगे। यही कारण है कि सरकार इन पर भारी-भरकम सब्सिडी देती है। ताकि सभी किसान इन्हें खरीद सकें और आसानी से खेती कर सकें।

सरकार करती रहती है यह प्रयास

सरकार किसानों के हित में 2 प्रमुख कार्य करती है। पहला है उत्पादन बढ़ाना, प्रति हेक्टेयर पैदावार कैसे बढ़े? फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार नए-नए बीज तैयार करवाती है। हाल ही में 65 फसलों की 109 प्रजातियों के नए बीज प्रधानमंत्री ने किसानों को समर्पित किए थे। यह जलवायु अनुकूल, कीट प्रतिरोधी और अधिक उपज वाली हैं। दूसरा कार्य उत्पादन लागत को घटाना है। जिसके लिए सस्ती खाद मुहैया कराई जाती है।

खाद सब्सिडी पर इतनी राशि होगी खर्च

कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रबी फसल सत्र 2024 (01.10.2024 से 31.03.2025 तक) के लिए फॉस्फेटिक और पोटाश (पी एंड के) उर्वरकों पर पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) दरें तय करने के उद्देश्य से रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है। रबी फसल सत्र 2024 के लिए अस्थायी बजटीय आवश्यकता लगभग 24,475.53 करोड़ रुपये होगी।

इतनी खादों पर सरकार देती अनुदान

सरकार उर्वरक निर्माताओं और आयातकों के माध्यम से किसानों को रियायती दरों पर 28 ग्रेड के फॉस्फेटिक और पोटैसिक उर्वरक उपलब्ध करा रही है। ऐसे पीएंडके उर्वरकों पर सब्सिडी 01 अप्रैल 2010 से पोषक तत्व आधारित सब्सिडी योजना द्वारा नियंत्रित होती है। सरकार अपने किसान हितैषी दृष्टिकोण के अनुरूप, देश के किसानों को किफायती मूल्यों पर पीएंडके उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कंपनियों को दी जाती है सब्सिडी राशि

सरकार ने उर्वरकों और निविष्टियों यानी यूरिया, डीएपी, एमओपी तथा सल्फर की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में हालिया रुझानों को देखते हुए, रबी 2024 के लिए फॉस्फेटिक और पोटैसिक (पी एंड के) उर्वरकों पर 01.10.24 से 31.03.25 तक प्रभावी पोषक तत्व आधारित सब्सिडी योजना दरों को मंजूरी देने का फैसला किया है। उर्वरक कंपनियों को अनुमोदित और अधिसूचित दरों के अनुसार सब्सिडी प्रदान की जाएगी ताकि किसानों को सस्ते दामों पर उर्वरक उपलब्ध करायी जा सके।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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