Betul Congress News: (बैतूल)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण सरले ने विज्ञप्ति जारी कर भाजपा से सवाल पूछा है कि भाजपा बताए कि कुंबी समाज के लोकप्रिय किसान नेता अशोक पांसे की क्या गलती थी कि उन्हें जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। क्या सिर्फ इसलिए कि अशोक पांसे कुंबी समाज के थे। क्या उन्हें इसलिए हटाया था कि अपने मित्र विनय भावसार को उपकृत करने का षडयंत्र रचा गया था।
श्री सरले ने भाजपा और भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल पर सीधा आरोप लगाया है कि इन्होंने कुंबी समाज के उभरते नेताओं को हमेशा दबाने की कोशिश की है। इसका उदाहरण अशोक पांसे जी है। श्री सरले ने बताया कि अशोक पांसे कुंबी समाज के है और भाजपा के किसान मोर्चा सहित पार्टी में प्रमुख जिम्मेदारी निभा चुके हैं। 2014 में अशोक पांसे को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का अध्यक्ष बनाने की बात आई तो भैया (वर्त्तमान भाजपा प्रत्याशी) के पेट में दर्द शुरू हो गया और पूरी कोशिश की कि वे अध्यक्ष ना बने। आखिर प्रदेश संगठन ने अशोक पांसे को अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया और वे निर्विरोध अध्यक्ष बन गए।
श्री सरले का आरोप है कि उनके अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा प्रायवेट लिमिटेड ने उन्हें हटाने का षडयंत्र शुरू कर दिया था। वे सफल भी हो गए कुछ दिनों बाद उन्हें हटा दिया गया। भाजपा प्रायवेट लिमिटेड के पारिवारिक मित्र विनय भावसार को अध्यक्ष बनाया गया। आखिर अशोक पांसे जी को अपमानित होकर अध्यक्ष पड़ छोड़ना पड़ा।
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श्री सरले ने यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा में एक परिवार का राज चलता है और यह परिवार किसी दूसरे नेता को ऊपर नहीं आने देता है। कुंबी समाज को सिर्फ वोट बैंक का माध्यम समझा है। इस समाज से कभी कोई नेता बड़े पद पर नहीं पहुंच पाया है। उदाहरण के लिए जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष लता महस्की आज राजनीति से दूर हो गई। जबकि वे एक शिक्षित महिला नेत्री है। लेकिन, भाजपा में उन्हें कोई सम्मान जनक जिम्मेदारी नहीं मिली है। भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए कि आखिर वे कौन सी परिस्थितियां थी जिसके चलते अशोक पांसे को हटाने की नोबत आ गई। (Betul Congress News)
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