Success Story : आमतौर पर 20 साल पढ़ाई की उम्र होती है। जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही हर लड़का या लड़की अपने करियर के बारे में सोचने लगते हैं। लेकिन आदित पालिचा उन लड़कों में रहा जिसने छोटी-सी उम्र में 1200 करोड़ रुपये कमा लिए आदित पालिचा उस कंपनी के सीईओ हैं, जिसका मूल्यांकन 2022 में 900 मिलियन डॉलर यानी 7300 करोड़ को पार कर गया। खास बात है कि महज एक साल के अंदर इस लड़के ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अरबों की कंपनी को खड़ा कर दिया। ऑनलाइन ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto 2021 में हुई थी।
मुंबई में 2001 में जन्मे आदित पालिचा ने महज 17 साल की उम्र में एंटरप्रेन्योरशिप की शुरुआत की। उन्होंने GoPool नाम से स्टार्टअप शुरू किया था। कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के लिए वह अमेरिका स्थित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए, लेकिन अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए बीच में ही कोर्स छोड़ दिया और उनका यह फैसला सही साबित हुआ।
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इस साल सिर्फ एक भारतीय स्टार्टअप यूनिकॉर्न (Unicorn) बना है। नाम है जेप्टो (Zepto)। यह स्टार्टअप इसलिए भी चर्चा में रहता है, क्योंकि इसका को-फाउंडर मात्र 21 साल का एक लड़का है। जिनका नाम है कैवल्य वोहरा (Kaivalya Vohra)। जिस उम्र में लोग यह तय नहीं कर पाते कि उन्हें कॉलेज में कौनसी सब्जेक्ट लेनी चाहिए, उस उम्र में वोहरा एक यूनिकॉर्न संभाल रहे हैं। इस छोटी सी उम्र में ही उनकी नेटवर्थ 1200 करोड़ रुपये है। कैवल्य वोहरा स्टैनफोर्ड ड्रॉपआउट हैं।
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1 महीने के अंदर करोड़ों में पहुंचा कंपनी का कारोबार (Success Story)
आदित ने अपने दोस्त कैवल्य वोहरा के साथ मिलकर ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto की अप्रैल 2021 में शुरुआत की। स्टार्टअप को शुरू करने के 1 महीने के अंदर ही कंपनी का वैल्यूएशन 200 मिलियन डॉलर का हो गया। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने 10 मिनट के भीतर किराना सामानों की डिलीवरी करने के लिए यह स्टार्टअप शुरू किया और उनका यह कॉन्सेप्ट बेहद सफल रहा।
आदित पालिचा के दोस्त और कंपनी के को-फाउंडर कैवल्य वोहरा की कहानी भी कुछ ऐसी है। दोनों ने अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए स्टैनफोर्ड से पढ़ाई बीच में छोड़कर आ गए। हालांकि, पहले दोनों ने किरणकार्ट नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया लेकिन बंद कर दिया क्योंकि उन्हें अपना यह प्रोडक्ट बाजार में फिट नहीं लग रहा था।