MP Election 2023: शिव या नाथ… महिलाएं और फर्स्ट टाइम वोटर ही तय करेंगे किसके सिर पर होगा ताज

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MP Election 2023: शिव या नाथ... महिलाएं और फर्स्ट टाइम वोटर ही तय करेंगे किसके सिर पर होगा ताज

▪️ ऋषिकांत सिंह (रजत) परिहार, भोपाल

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब 100 दिन से भी कम शेष रह गए हैं। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों में शह और मात का खेल पूरे शबाब पर शुरू हो गया है। मुख्य मुकाबला पिछली बार की तरह इस बार भी भाजपा और कांग्रेस पार्टी में है। दोनों ही राजनीतिक दल सत्ता पर काबिज होने के लिए बेहद आतुर हैं। वे प्रदेश के 5 करोड़ 52 लाख मतदाताओं के बीच में अपनी-अपनी योजनाओं को लेकर पहुंच रहे हैं।

भाजपा जनशीर्वाद यात्रा के माध्यम से सभी विधानसभाओं से गुजरते हुए केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के भरोसे मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव के ठीक 5 माह पहले मुख्यमंत्री लाड़ली बहाना योजना लागू करके 2 करोड़ 67 लाख महिला मतदाताओं का ध्यान भाजपा की और आकर्षित करने का बड़ा रिस्क उठाया है। प्रतिमाह इस योजना के माध्यम से क़रीब 1 करोड़ 35 लाख महिला मतदाताओं के खाते में अब 1250 रुपए पहुंच रहे हैं। यह करीब लगभग 125 करोड़ होते हैं। (MP Election 2023)

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पूरा विश्वास है कि उनके साथ उनकी बहनें और भांजियाँ धोखा नहीं करेगी। इसलिए मुख्यमंत्री ने अपनी भांजियों का भी चुनाव के पहले विशेष ध्यान रखा है। हालांकि यह भी एक सच्चाई है कि मतदाता जब मतदान करता है तो उसके अलावा किसी को ज्ञात नहीं होता कि कौन सी बटन दबाई गई है। यहां पर भांजियों का उल्लेख इसलिए भी किया है कि पहली बार (18-19) वर्ष के मतदाताओं की संख्या 18 लाख 86 हजार है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे अपने भविष्य के लिए किसकी सरकार को चुनते हैं।

इसी तरह कांग्रेस पार्टी भी अपने 11 वचनों को लेकर घर-घर जा रही है और भाजपा शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार गिना रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी महिला मतदाताओं पर विशेष ध्यान देते हुए कांग्रेस की सरकार आने पर उनके समक्ष नारी सम्मान योजना के तहत 1500 रुपए प्रतिमाह देने, घरेलू गैस सिलेंडर 500 रुपए में मिलने सहित अन्य 9 प्रमुख बिंदुओं का मुख्य एजेंडा रखा है।

भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के खिलाफ कांग्रेस 15 सितंबर से जन आक्रोश यात्रा प्रदेश भर में निकालने जा रही है। जिसमें राज्य सरकार की नाकामियों, भ्रष्टाचार, व्यापमं घोटाले सहित अन्य चीजों के बारे में मतदाताओं को बताने का प्रयास कांग्रेस के नेता करेंगे। 2023 के विधानसभा चुनाव में एक बात तो साफ़ है कि महिला और पहली बार के मतदाता जिसे चाहेंगे, उसकी सरकार प्रदेश में बनना लगभग तय है। इन मतदाताओं की संख्या कुल 2 करोड़ 85 लाख 86 हजार है। जो प्रदेश के कुल मतदाताओं का 51.78 प्रतिशत है। इसलिए भाजपा और कांग्रेस का पूरा फ़ोकस केवल 51 प्रतिशत मतदान अपने पक्ष में कराने पर है।

अगर प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में जातिगत गणित समझे तो सामान्य की 148, अनुसूचित जाति (एससी) की 47 और अनुसूचित जनजाति (एसटी) की 35 सीटें हैं। जिसमें एसटी-एसटी की कुल 82 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस अपना-अपना गणित बैठाने के जुगत में दिन-रात लगे हुए हैं। कुल मिलाकर सत्ता में वापस आने के लिए भाजपा और कांग्रेस “तू डाल-डाल तो मैं पात-पात” की तर्ज पर आगे बढ़ रहे हैं।

भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार (6 सितंबर 2023 तक) मतदाताओं की स्थिति (MP Election 2023)

क्र.मतदाताओं की श्रेणीसंख्या
1.पुरुष मतदाता2 करोड़ 85 लाख
2.महिला मतदाता2 करोड़ 67 लाख
3.पहली बार के मतदाता18 लाख 87 हजार
4.दिव्यांग मतदाता4 लाख 85 हजार
5.ट्रांसज़ेंडर्स मतदाता1 हजार 336
6.सेवा निर्वाचक मतदाता75 हजार 427
7.80+ मतदाता7 लाख 12 हजार
8.100 + मतदाता6 हजार 180
कुल मतदाता = 5 करोड़ 52 लाख
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