IPS Success Story: देश के अधिकांश युवा सरकारी नौकरी (Government Job) की चाह रखते हैं। उन्हें पता है कि सरकारी जॉब का कितना क्रेज है। वहीं अगर बात आईएएस/आईपीएस (IPS Success Story) अफसर बनने की की जाए तो इसका रुतबा सब सरकारी नौकरियों को पीछे छोड़ देता है।
यही वजह है कि हर साल लाखों अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Exam) देते हैं। यह बात अलग है कि उनमें से बहुत कम ही सफलता हासिल कर पाते हैं। कारण साफ है कि यह देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इससे कई बार तो बेहद परिश्रम से कई साल तक तैयारी करने वाले युवा भी इसे क्लियर नहीं कर पाते।
वैसे तो हर व्यक्ति की सफलता की कहानी अपने आप में अलग होती है, लेकिन कुछ कहानियां प्रेरक होने के साथ ही दिलचस्प भी होती हैं। अगर आप देश की सेवा करने के इच्छुक हैं तो फिर आईपीएस बनना आपका जुनून बन जाता है। ऐसा ही जुनून है आईपीएस अनुकृति शर्मा (IPS Anukriti Sharma) में था।
देश के लिए कुछ करने की उनकी इच्छा ने उनके दृढ़ संकल्प को सच कर दिया और उन्हें यूपीएससी रैंक हासिल करने में मदद की। अनुकृति 2019 बैच की आईपीएस अफसर (IPS Officer) हैं।
अनुकृति की पढ़ाई और करियर (IPS Success Story)
आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा राजस्थान के शहर अजमेर की रहने वाली हैं। उनकी मां एक शिक्षिका थीं, जबकि उनके पिता सरकारी नौकरी में थे। अनुकृति ने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल (Indo Bharat International School) से पूरी की।
इसके बाद, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च से बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएसएमएस) (Bachelor of Siddha Medicine and Surgery, BSMS) की डिग्री हासिल की।
पीएचडी के लिए हुआ चयन (IPS Success Story)
अनुकृति की मुलाकात बनारस के वैभव मिश्रा से तब हुई जब वह स्टूडेंट थीं। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती मजबूत हुई। फिर यह प्यार में बदल गई। दोनों को पीएचडी के लिए चुना गया। 2012 में ह्यूस्टन के टेक्सास में राइस यूनिवर्सिटी में दोनों का चयन हुआ था।
वैभव ने अनुकृति को अपने साथ अमेरिका ले जाने की इच्छा जताई। उनके परिवार ने उन्हें पहले शादी करने की सलाह दी। नतीजतन, उन्होंने 2013 में शादी कर ली।
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नासा में मिली नौकरी
अनुकृति को अपनी पीएचडी के दौरान ही अमेरिका में नौकरी का ऑफर मिल गया। उन्हें ज्वालामुखी पर शोध करने के लिए नासा ने नियुक्त किया था। दोनों हर महीने लाखों कमा रहे थे। हालांकि, वह भारत वापस लौट आईं।
अनुकृति ने 2014 में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा में 23वां स्थान हासिल किया। उनके पति वैभव मिश्रा ने इसमें टॉप किया।
फिर शुरू की UPSC की तैयारी
अच्छी खासी जॉब के बावजूद उनका मन भारत में अटका हुआ था। वे समाज के लिए कुछ करना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने वो नौकरी छोड़कर यहां आकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।
इसके बाद, अच्छी तरह तैयारी करने के बाद पहली बार परीक्षा दी। अनुकृति ने प्रीलिम्स पास कर लिया, लेकिन मेन्स नहीं निकाल पाईं। दूसरी बार परीक्षा दी तो प्रीलिम्स भी नहीं निकला। इसी तरह तीसरे प्रयास में भी वे सफल नहीं हुई।
चौथी कोशिश में अनुकृति की 355वीं रैंक आई। इससे वे खुश नहीं थी। इसलिए उन्होंने फिर एग्जाम दिया। अब पांचवीं बार में वे एक बार फिर सफल हुईं और IPS अफसर बन गईं। अनुकृति ने पूरी तैयारी ऑनलाइन माध्यम से की। उन्हें किसी भी विषय पर कुछ भी पढ़ना होता था तो वह इंटरनेट की मदद लेती थीं।
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अन्य कैंडिडेट्स को अनुकृति की सलाह (IPS Success Story)
अनुकृति मानती हैं कि आपको जब भी लगे कि सिविल सर्विस की तैयारी करनी है तो घबराइए मत क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जो इसके लिए जॉब छोड़ते हैं या फिर कैंपस प्लेसमेंट को छोड़ देते हैं। ऐसे में जब आपको सफलता नहीं मिल रही हो तो हताश मत होईए बल्कि धैर्य रखिए और सोचिए कि मैं यहां क्यों हूं, और क्या करना चाहता हूं। ये आपको काफी मोटिवेट करेगा और आप फिर से उठ खड़े होंगे।