Chandrayaan-3 Update : (बैतूल)। चन्द्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता में इसरो के सैकड़ों वैज्ञानिकों की टीम में शामिल आरडी पब्लिक स्कूल बैतूल के छात्र रहे भावेश मेंढे़कर की भी विशेष भूमिका रही है। चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडर विक्रम की साफ्ट लैडिंग करवाकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता की नई इबारत लिखी है। मिशन की सफलता के बाद से भावेश और उनके परिवार को बधाई का तांता लगा हुआ है।
मिशन चन्द्रयान-3 की सफलता में बैतूल जिले का योगदान भी रहा। मिशन चन्द्रयान-3 को सफलता के शिखर पर पहुंचाने वाली वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों की टीम में आरडी पब्लिक स्कूल बैतूल में कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करने वाले भावेश मेंढे़कर ने भी सहभागिता की। इस एतिहासिक सफलता पर आरडी पब्लिक स्कूल परिवार के साथ ही समूचा बैतूल जिला गौरान्वित है।
पेलोड-वास्तविक समय वेग पर किया काम (Chandrayaan-3 Update)
उल्लेखनीय है कि मिशन चन्द्रयान-3 में इसरो के वैज्ञानिकों की टीम में बैतूल जिले के युवा वैज्ञानिक भावेश मेंढे़कर भी शामिल थे। भावेश ने आरडी पब्लिक स्कूल बैतूल से कक्षा 10वीं की पढ़ाई की थी। आईआईटी पटना से बीटेक मेकेनिकल पासआउट भावेश मेंढे़कर 2019 में बतौर वैज्ञानिक इसरो में चयनित हुए थे। मिशन चन्द्रयान-3 में युवा वैज्ञानिक भावेश ने आकार, विकास, पेलोड और वास्तविक समय वेग पर काम किया है। वे अभी भी मिशन में जुटे हुए हैं।
छात्र-छात्राओं को यह दिया संदेश
मिशन चन्द्रयान-3 में शामिल वैज्ञानिक भावेश मेंढे़कर ने अपने संदेश में कहा कि ‘‘ छात्रों में जिज्ञासा और उत्साह भारत में विज्ञान की रीढ़ है‘‘। मिशन चन्द्रयान-3 में आरडी पब्लिक स्कूल बैतूल के पूर्व छात्र की सहभागिता पर आरडी स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती ऋतु खण्डेलवाल ने भावेश, उसके परिजनों और शिक्षकों को इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि यह पूरे जिले के लिए गौरव की बात है।