▪️ राकेश अग्रवाल, मुलताई
Betul News: बैतूल जिले के साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बारव्ही में ताप्ती नदी में एक युवक का शव पड़ा हुआ मिला है। युवक 3 दिनों से घर से लापता था। इधर मुलताई थाना क्षेत्र में ग्राम परमंडल जोड़ पर बीती रात एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। घंटों तक सड़क पर ही वह तड़पता रहा। इस बीच बैतूल से वापस लौट रहे मुलताई बीएमओ उसे अस्पताल लेकर आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।
साईंखेड़ा पुलिस ने बताया कि भूपेंद्र पुत्र सतीश याइक (24साल) निवासी बारव्ही पिछले 3 दिनों से घर से लापता था। परिजन उसे तलाश कर रहे थे, लेकिन उसका शव ताप्ती नदी में पड़ा हुआ मिला है, जिसकी हालत खराब हो चुकी है। परिजनों ने बताया कि मृतक ट्रैक्टर चलाने का काम करता था एवं शराब का आदी था। उसकी मौत किन परिस्थितियों में हुई है, फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। परिजनों ने बताया कि मृतक 3 दिन पहले घर से ट्रैक्टर चलाने का कहकर गया था, लेकिन उसके बाद वापस नहीं आया। जिसकी रिश्तेदारों में तलाश की जा रही थी पर वह नहीं मिल पाया था। आज उसका शव मिला है।
सड़क दुर्घटना में गंभीर घायल को बीएमओ ने पहुंचाया अस्पताल, फिर भी नही बच पाई जान
मुलताई नगर के बैतूल पर ग्राम परमंडल जोड़ पर बीती रात एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। वह घंटों तक सड़क पर ही तड़पता रहा। इसी बीच बैतूल से वापस लौट रहे मुलताई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अभिनव शुक्ला को परमंडल जोड़ पर भीड़ दिखाई दी। जिसके बाद उन्होंने अपना वाहन रुकवा कर देखा कि एक व्यक्ति घायल अवस्था में तड़प रहा है। जिसे तत्काल उन्होंने अपने वाहन से मुलताई अस्पताल लाकर भर्ती कराया। लेकिन, तब तक उस व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
मृतक के पास मिले आधार कार्ड के अनुसार उसकी पहचान सुखराम पिता हीरा महोबे निवासी रतनपुर चिचोली के रूप में हुई है। उसके पास से मुलताई के कुसुम रतन बाकोडे के घर के शादी का कार्ड भी मिला, संभवत: मृतक सुखराम के घर शादी में शामिल होने मुलताई आया हुआ था, जहां से वापस लौटते समय किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
बस तमाशा देखते रहे लोग
परमंडल जोड़ पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बताया गया कि अचानक से एक अज्ञात वाहन द्वारा एक मोटर साइकिल सवार को जोरदार टक्कर मार दी गई, जिसके चलते वह घायल हो गया। दर्जनों लोग आसपास खड़े तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया और न ही डायल 100 या 108 एंबुलेंस को सूचना दी गई। बैतूल से लौट रहे बीएमओ ने उस गंभीर रुप से घायल व्यक्ति की जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। और वे उसकी जान नहीं बचा पाए। उस व्यक्ति ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
घायलों की मदद पर नहीं होती कार्रवाई
उन्होंने बताया कि अक्सर लोग दुर्घटना के समय घायल लोगों की मदद करने के लिए आगे नहीं आते हैं, जिसके चलते समय पर उपचार ना मिलने के कारण इसी तरह कई लोगों की जान चली जाती है। सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद करने से किसी तरह की कोई समस्या नहीं होती है। घायलों की मदद करने से उनकी जान बचाई जा सकती है। अक्सर लोग सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद पुलिस केस के डर से नहीं कर पाते, लेकिन सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद करने पर पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।
अतः हमारा भी निवेदन है कि ऐसी कोई सड़क दुर्घटना यदि आपके सामने हो या आपको दिखाई दे तो तत्काल डायल हंड्रेड या 108 एंबुलेंस को सूचना दे या हो सके तो अपने वाहन से या किसी अन्य वाहन को रोककर घायल को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाएं ताकि ऐसे घायल लोगों की जान बचाई जा सके।