▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
Betul News: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के ग्राम बोथी, सिहार के ग्रामीणों ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर सभी को चौंका दिया है। सावंगा पंचायत के पंच भीलू बारस्कर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत कराया एवं चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी। हालांकि कलेक्टर के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार के निर्णय को फिलहाल टाल दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में विकास नहीं होते और सड़क तक नहीं बन पा रही है, तो वह अपने मताधिकार का उपयोग क्यों करें। सड़क समस्या से जूझ रहे इन ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर पहुंच कर ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के नारे के साथ मतदान करने से इनकार किया है। ग्रामीण बोथी से बारहालिंग सिहार तक की सड़क न बनने से नाराज हैं। इस रोड की हालत बेहद जर्जर है। जो राहगीरों की परेशानी का कारण है।
सिहार, बारामहु पहाडियों के बीच ताप्ती नदी के किनारे बसा आदिवासी ग्राम है। जिसमें 98 प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं।जिनकी जनसंख्या 600 के आसपास है। ग्राम बोथी से बारहलिंग सिहार तक ग्रेवल मार्ग का निर्माण किया गया था, जो अब खराब हो चुका है। आज तक इस मार्ग के पहाड़ी नालों पर एक भी पुलिया का निर्माण नही किया गया है। ग्रामवासियों के आने जाने का मुख्य मार्ग है तथा बारिश के दिनों में यह मार्ग पूर्ण रूप से बंद हो जाता है।
जिससे ग्रामवासियों को आने जाने में तथा बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने में बहुत मुसीबत का सामना करना पड़ता है। ग्रामवासियों को खाद बीज के लिए सेहरा, सोसायटी तक भी पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ताप्ती नदी में बाढ़ होने पर बारिश के दिनों में ग्राम सिहार बारहलिंग तीर्थ स्थल तक पहुंचने का यही मार्ग है। इस मार्ग का निर्माण हो जाने से ग्रामवासियों तथा सभी श्रध्दालुओं को आने जाने में सुविधा होगी तथा उन्हें दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इन समस्याओं की ओर किया ध्यान आकर्षित (Betul News)
बोथी, सिहार के ग्रामीणों ने बताया शाला तक जाने हेतु मार्ग ना होने से उनकी अगली पाठयक्रम की शिक्षा ग्रहण करने से बच्चे वंचित हो जाते हैं। राशन दुकान तक जाने के लिये मार्ग नहीं है। वह सरकारी दुकान तक जाने के लिये खास कर बारिश में एवं ग्रीष्मकाल में काफी कठिनाइयों से गुजर कर जाते हैं। सबसे बड़ी समस्या नाली, पुलिया, सड़क की है। कई बार आवेदन दे चुके हैं, कोई कार्यवाही नहीं हुई है। ग्राम सिहार (बारामहू) के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सड़क, नाली एवं रोड नहीं है। उप स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने के लिये मार्ग नहीं है। कच्चा मार्ग है। किसी भी प्रकार का विवाह एवं कार्यक्रम के लिये कोई इंतजाम नहीं है।
बीमार होने पर वाहन आने के लिये मार्ग नहीं है। कच्चा मार्ग बना हुआ है। ग्रामीणों ने कहा समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो हम किसी को चुनाव के समय आने नहीं देंगे ना ही वोटिंग करेंगे। माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पवार ने जिला कलेक्टर को बताया कि ताप्ती नदी के ऊपरी भूभाग पर बोथी, सियार गांव बसे हैं। बारहलिंग के पास पुलिया या रपटा के निर्माण होने से ग्रामीण नदी के इस पार से उस पार आना जाना कर सकते हैं।