▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
Betul Jalsankat: गर्मी के मौसम की अभी शुरुआत तक नहीं हुई है,लेकिन अभी से ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी के लिए ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। बैतूल जनपद की पंचायत सराड़ के पीपलढाना गांव में पीएचई विभाग ने पीपल ढाना में पीने के पानी के लिए बीते वर्ष ट्यूबवेल में मोटर पम्प डालकर ग्रामीणों के लिए सिंटेक्स की टंकी लगाकर पानी उपलब्ध कराया था। अब ट्यूबवेल से पानी की आपूर्ति बिलकुल नहीं की जा रही है। वहीं हैंडपंप भी पानी नहीं उगल रहे हैं। इससे ग्रामीणों को पानी की भारी किल्लत उठाना पड़ रहा है।ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 12 के पांच रमेश आहके, पवन आहके, तुलसिया, संतरी, राम प्यारी ने बताया कि ग्राम में चार हैंडपंप हैं, लेकिन यह सभी बंद पड़े हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीण भीमपुर ब्लॉक के ग्राम रातामाटी से पीने का पानी ला रहे हैं। पवन आहके का कहना है कि पानी नहीं होने से वे 4 दिन बाद नहा पा रहे हैं। बार-बार पीएचई विभाग को सूचना देने के बावजूद कोई भी इस गांव में देखने को खाली नहीं है। वहीं ग्राम पंचायत भी लगातार गांव की समस्याओं से मुँह चुरा रही है। जिला प्रशासन से पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामवासियों ने उचित कार्यवाही की मांग की है।(Betul Jalsankat)
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गंगा कुंड पर बोर खनन से फूट पड़ी जलधारा, नहीं होगी पानी की कमी (Betul Jalsankat)
इधर खेडी सांवलीगढ़ ग्राम पंचायत के प्रसिद्ध गंगा कुंड में हुए बोरखनन में जलधारा फूट पड़ी। इससे यहां का जल संकट दूर हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि इस गंगा कुंड की नींव मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल पट्टाभिसीतारमैया ने रखी थी। जहाँ प्राचीन शिवमंदिर भी है और हनुमान जी का मंदिर भी। यहाँ भोले के भक्तों की प्रतिदिन आवाजाही लगी रहती है।काफी लंबे इंतजार के बाद यहां नवनिर्वाचित जनपद सदस्य सरोज राठौर के प्रयासों से रविवार सुबह बोरवेल करवाया गया। जिसमें भरपूर पानी भी लग गया है। मंदिर से जुड़े ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने इस पर खुशी जाहिर की है।
यहाँ चैत्र मास में विशाल मेला भी लगता है, लेकिन यह स्थल पानी की कमी से जूझ रहा था। अब यह समस्या यहां नहीं रहेगी। जनपद सदस्या श्रीमती सरोज राठौर ने बताया कि जनपद क्षेत्र के खेड़ी में ही अभी 5 बोर किये जाने हैं।