Death in Police Custody : बैतूल (Betul Update)। मध्यप्रदेश के बैतूल में मंगलवार को शहर के बिनोबा वार्ड निवासी और एक निजी कॉलेज में लेक्चरर लल्लू माथनकर की संदिग्ध मौत हो गई। इसके बाद परिजनों और क्षेत्रवासियों ने गंज थाना बैतूल में जमकर हंगामा मचा दिया। हंगामे को देखते हुए पुलिस ने तत्काल ही वहां वज्र वाहन तैनात कर दिया था। इस मामले में वार्ड के पूर्व पार्षद अनिल जैन ने पुलिस कस्टडी में लेक्चरर लल्लू माथनकर की मौत होने का आरोप लगाया है।
परिजनों का आरोप है कि लल्लू माथनकर को पुलिस ने चोरी के आरोप में 8 दिन पहले हिरासत में लिया था। आज उसकी लाश जिला अस्पताल में पाई गई। ऐसे में पुलिस कस्टडी में मौत से इंकार कर रही है, जबकि परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस हिरासत में ही हुई है।
लल्लू माथनकर आठनेर के एक निजी कॉलेज में लेक्चरर के पद पर पदस्थ था। बताया जा रहा है कि 8 दिन पहले पुलिस उसे उदय परिसर में हुई किसी चोरी के मामले में पूछताछ के लिए थाने लेकर आई थी। उसके बाद से वह घर नहीं लौटा था। मृतक के बड़े भाई अजाब माथनकर के मुताबिक आठ दिन पहले पुलिस कर्मी लल्लू को चोरी के मामले में उठा लाई थी। तब से वह पुलिस हिरासत में ही था।
बहन को नहीं मिलने दिया गया
आज दो पुलिस कर्मियों ने घर आकर बताया कि लल्लू की मौत हो गई है। जिला अस्पताल में उसकी लाश रखी हुई है। इससे पहले जब वह थाने में था तब उसकी बहन उससे मिलने कई बार गई थी। लेकिन, उसे मिलने नहीं दिया गया। आज बताया गया कि वह मर गया है।
साथ ले जाया गया सुमित भी गायब
लल्लू के साथ हिरासत में लिए गए सुमित के पिता श्रवण रावत ने बताया कि पुलिस पिछले मंगलवार उसके बेटे सुमित रावत को सिंगाजी होटल से उठा ले गई थी। उस दौरान लल्लू को भी हिरासत में लिया गया था। दोनों को बैतूल गंज पुलिस चौकी में रखा गया था। अब सुमित कहां है, इसका पता नहीं चल रहा है, जबकि लल्लू की मौत हो गई है। उसे उसका बेटा चाहिए। सुमित को गंज पुलिस चौकी में रखा गया था। जहां उसका खाना लेकर उसका बड़ा बेटा रोज जाता था। वह हिरासत में ही था। आज पुलिस कह रही कि वह उनके पास नहीं है।
हत्या का मामला दर्ज करने की मांग
लल्लू की संदिग्ध मौत के बाद गंज पुलिस थाने में जमकर हंगामा मचा। पूर्व पार्षद अनिल जैन ने यहां लल्लू की पुलिस हिरासत में मौत का आरोप लगाते हुए पुलिस कर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। हंगामा देखते हुए गंज थाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंच गए थे। साथ ही एसएएफ के जवान और वज्र वाहन भी तैनात कर दिया गया था।
दो डॉक्टरों की टीम ने किया पीएम
स्थिति को देखते हुए एसडीओपी सृष्टि भार्गव और तहसीलदार प्रभात मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए थे। एसडीओपी ने परिजनों को मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने का आश्वासन दिया है। इसके बाद परिजन माने। इधर दो चिकित्सकों डॉ. भावना कवड़कर और डॉ. संगम की टीम से मृतक का पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद देर शाम को शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
टीआई बोले- नहीं लाया किसी को
टीआई एबी मर्सकोले ने पहले मीडिया से चर्चा में कहा था कि हमको भी जानकारी मिली है कि किसी ने लल्लू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जिसकी मौत हो गई है। पूछताछ के लिए जवान उसे लेकर आए थे, लेकिन तुरंत ही उसे छोड़ दिया गया था। यहां कस्टडी में किसी की मौत नहीं हुई है। जिला अस्पताल कोतवाली थाने में आता है। वहां की पुलिस इसकी जांच करेगी। इधर मीडिया को दिए इस बयान के बाद जब हंगामा मचा तो टीआई ने थाने में किसी को भी हिरासत में रखने और पूछताछ के लिए लाने से इंकार कर दिया। उन्होंने परिजनों से कहा कि यहां किसी को लाया ही नहीं गया है।