Pandit Pradeep Mishra Katha : मध्यप्रदेश के बैतूल (Betul District in MP) में आगामी दिसंबर माह में होने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा (Betul Me Pandit Pradeep Mishra ki Shivpuran Katha) के स्थान को लेकर असमंजस की स्थिति पूरी तरह समाप्त हो गई है। आज सुबह 4 से 5 स्थानों का प्रशासन और आयोजन समिति ने मुआयना किया था। इनमें से कोसमी को उपयुक्त पाते हुए प्रशासन ने अनुमति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही आयोजन समिति भी जोर शोर से तैयारियों में जुट गई है।
बैतूल में माँ ताप्ती शिव पुराण समिति बैतूल (Maa Tapti Shivpuran Samiti Betul) के तत्वावधान में 12 से दिनांक 18 दिसंबर तक अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले की शिव महापुराण कथा का आयोजन होना है। यह कथा पहले बडोरा स्थित किलेदार गार्डन में प्रस्तावित थी। हालांकि प्रशासन ने उक्त स्थान को उपयुक्त नहीं पाते हुए अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद से अन्य स्थानों को लेकर अटकलें चल रही थीं। आखिरकार, कथा स्थल के लिए जिला मुख्यालय से सटे कोसमी ग्राम को उपयुक्त पाया गया है।
कोसमी में शिवकथा स्थल ग्राम औद्योगिक क्षेत्र और फोरलेन के बगल में श्री वर्मा एवं अन्य भूमिस्वामियों की जमीन पर होगी। इस जगह को कथा किये जाने के लिए उपयुक्त पाते हुए अनुमति के संबंध में आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था। इस पर कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, महाप्रबंधक बिजली कंपनी बैतूल तथा यातायात प्रभारी बैतूल से अभिमत लिया गया। अभिमत प्राप्त होने के पश्चात एसडीएम केसी परते ने अनुमति जारी कर दी है। यह अनुमति कुछ शर्तों के आधार पर दी गई हैं। जिन्हें आयोजन समिति को पूरा करना होगा। स्थान को अंतिम रूप मिलते ही समिति भी अब युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुट गई हैं।
यहां इतनी जमीन है उपलब्ध | Pandit Pradeep Mishra Katha
कोसमी में चार से पांच किसानों की जमीन पर होगी शिवपुराण कथा होगी। शहर से सबसे पास होने के कारण कोसमी की जमीन को अंतिम रूप दिया गया है। इससे सभी को आसानी होगी। हाईवे से सटा होने से बाहरी श्रद्धालुओं को भी आने जाने में दिक्कत नहीं होगी। यहां चार-पांच किसानों की अलग-अलग खसरे की कुल 108 एकड़ जमीन पर ताप्ती शिवपुराण कथा होगी। इसमें 28 एकड़ जमीन पर कथा स्थल और शेष 80 एकड़ जमीन पर वाहनों की पार्किंग और अन्य व्यवस्थाएं की जाएगी। जमीन निरीक्षण के बाद अधिकारियों की बैठक भी हुई। जिसके बाद अनुमति दी गई है।