बैतूल का दशहरा : मध्यप्रदेश के बैतूल में श्री कृष्ण पंजाब सेवा समिति के तत्वावधान में बुधवार को लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में हर्षोल्लास से दशहरा उत्सव मनाया गया। इस मौके पर रावण-कुंभकर्ण के पुतलों का दहन देखने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंच पर राम-रावण युद्ध के मंचन के बाद भगवान राम ने शक्तिबाण चलाया और देखते ही देखते धूं-धूं कर रावण और कुंभकर्ण के विशालकाय पुतले जल उठे।
श्री कृष्ण पंजाबी सेवा समिति 65 वर्षों से रामलीला और दशहरा उत्सव मनाते आ रही है। इसी तारतम्य में आज स्टेडियम में रावण एवं कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। भगवान राम का विजय जुलूस गंज स्थित श्री कृष्ण मंदिर से शाम 4.30 बजे निकाला गया। यह विभिन्न मार्गों से होकर लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम पहुंचा। विजय जुलूस में श्री कृष्ण पंजाब सेवा समिति के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और नागरिक शामिल रहे। समिति के सदस्य गरबा-डांडिया करते हुए साथ चल रहे थे जो कि सभी के आकर्षण का केंद्र बने रहे।
इधर मंच पर बतौर अतिथि पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल, सांसद डीडी उइके, विधायक बैतूल निलय डागा, विधायक आमला डॉ. योगेश पंडाग्रे, भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, पूर्व विधायक शिवप्रसाद राठौर, जिला पंचायत सदस्य राजा ठाकुर, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, अपर कलेक्टर श्यामेंद्र जैसवाल, पूर्व सांसद सुभाष आहूजा, वरिष्ठ कर सलाहकार राजीव खंडेलवाल, नगर पालिका अध्यक्ष पार्वती बारस्कर, उपाध्यक्ष महेश राठौर, पूर्व विधायक अलकेश आर्य, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष कांग्रेस हेमंत वागद्रे, वरिष्ठ समाजसेवी मोहन नागर, नगर पालिका सीएमओ अक्षत बुंदेला प्रमुख रूप से मौजूद थे। वहीं समिति के अध्यक्ष कश्मीरीलाल बतरा, बबलू खुराना, दीपू सलूजा, वरूण खुराना, कुशकुंज अरोरा सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य भी कार्यक्रम को सफल बनाने में लगातार सक्रिय रहे।
राम और रावण के बीच भीषण युद्ध
विजय जुलूस के मंच पर पहुंचते ही राम और रावण का भीषण युद्ध हुआ। इससे पहले शानदार आतिशबाजी हुई। रंगारंग आतिशबाजी ने उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस वर्ष 55 फीट का रावण और 50 फीट के कुंभकर्ण के पुतले बनाए गए थे। युद्ध के बाद भगवान राम ने शक्तिबाण चलाया और देखते ही देखते रावण और कुंभकर्ण के पुतले धूं-धूं कर जल उठे। सभी श्रद्धालु रावण दहन एवं राम-रावण युद्ध का मंचन देख सके, इसलिए दो बड़े प्रोजेक्टरों पर पूरा कार्यक्रम लाईव दिखाया गया।
डमरू वाला ग्रुप ने भी दी प्रस्तुति
इस साल पहली बार उज्जैन से आए डमरु वाला गु्रप ने भी अपनी प्रस्तुति दी। आयोजन के मद्देनजर शहर की स्टेडियम की ओर आने वाली सड़कों को नो व्हिकल जोन घोषित किया गया था। वहीं अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। समिति के प्रयासों और प्रशासन के अच्छे इंतजामों के चलते इस साल भी दशहरा पर्व भव्य और शानदार रूप से मनाया गया। रावण दहन देखने के लिए शहर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी लोग स्टेडियम पहुंचे थे।