हर घर पहुंच गये नल, पर नहीं पहुंचा जल, ऐसी चल रही हर घर नल जल योजना, लगाया जा रहा पलीता

NAL JAL Yojan

▪️प्रवीण अग्रवाल, घोड़ाडोंगरी

हर घर नल योजना 2022 : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी हर घर नल (Har Ghar Nal Scheme) पहुंचाने की योजना की जमीनी सच्चाई क्या है यह गांव में जाकर देखा जा सकता है। इस योजना के तहत हर घर में नल तो पहुंचाए जा रहे हैं, लेकिन जल नहीं पहुंच पा रहा। कुछ ऐसी ही स्थिति घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के रानीपुर (Ranipur of Ghoradongri Block) क्षेत्र में भी है। यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (community health center) के पास बोर करके उससे पानी पहुंचाने की योजना पीएचई विभाग (PHE Department) के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना का कार्य लगभग 1 वर्ष से चल रहा है।

मिली जानकारी के मुताबिक कार्य पूर्ण करने की तिथि खत्म हो चुकी है। उसके बाद भी अभी तक योजना का लाभ जमीनी स्तर पर लोगों को नहीं मिल पा रहा है। योजना बनाने वाले किस तरीके से योजना बना रहे हैं यह भगवान ही जाने। यहां एस्टीमेट बनाकर लगभग ₹80 लाख की योजना बना डाली। बाद में इस योजना में बनने वाली पानी की टंकी जगह नहीं होने की कमी बताकर उसकी जगह केवल 10 फीट गहरा 10 फुट चौड़ा गड्ढा याने संप बना डाला। अब इस सम्प में पानी स्टोर कर 1 किलोमीटर दूर नीमढाना में भी पहुंचाने की योजना है।

स्थिति यह है कि रानीपुर के ही मोहल्लों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है तो 1 किलोमीटर दूर नीमढाना कैसे पहुंचेगा, यह ग्रामीणों को समझ में नहीं आ रहा। नीमढाना के लोगों ने बताया कि करीब 6 महीने पहले ठेकेदार द्वारा हर घर में नल लगाए गए थे जो इतने घटिया तरीके से लगाए गए थे कि सभी टूट गए। उसके बाद फिर से दोबारा नल लगाए गए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार इस योजना का कार्य वर्ष 2021 में प्रारंभ हुआ था और अभी वर्ष 2022 के 8 माह बीतने के बाद भी योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। रानीपुर के दूसरे मोहल्ले में ही पानी नहीं पहुंचा पाए हैं। केवल कुछ 8 से 10 घरों में पानी पहुंचा कर कहा जा रहा है कि योजना प्रारंभ हो चुकी है, लोगों को लाभ मिल रहा है।

ठेकेदार की ऐसी कार्यशैली देखकर नीमढाना के एक मोहल्ले के लोगों ने तो मना ही कर दिया कि रहने दो हमें नहीं चाहिए तुम्हारे नल, हम हमारे कुएं से ही पानी भर लेंगे। केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण नल जल योजना जमीनी स्तर पर टांय-टांय फिस्स हो रही है। कुछ ऐसी ही स्थिति घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के कई गांव में देखी जा सकती है। इस संबंध में इंजीनियर विवेक रामटेके का कहना है कि नीमढाना में चार-पांच दिन में पानी पहुँच जाएगा।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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