नई दिल्ली। अभी तक किसानों के पास खाद (Fertilizer) के मामले में कई कंपनियों के विकल्प होते थे। लेकिन, अब अक्टूबर माह से देश में केवल एक ही ब्रांड की खाद मिल सकेगी। वह खाद है ‘भारत ब्रांड’। इसके अलावा और किसी ब्रांड की खाद पूरे देश में कहीं नहीं मिल सकेगी।
चौकिए नहीं, दरअसल, सरकार खाद के सभी कारखाने बंद नहीं कर रही है। सभी कंपनियों की खाद का उत्पादन पहले की तरह होता रहेगा और वे उपलब्ध भी रहेगी, लेकिन अब वे अपनी कंपनी के नाम के बजाय ‘भारत ब्रांड’ (bharat brand) नाम से उपलब्ध रहेंगी।
खाद की चोरी और कालाबाजारी (black marketing) रोकने के लिए सरकार ने एक नई परियोजना (One Nation One Fertilizer) लागू की है। इसके चलते अब देश में आगामी रबी सीजन से एक जैसी फर्टिलाइजर (खाद) मिलेगी। इसके तहत सबसे मुख्य बदलाव यह किया गया है कि अब खाद कंपनियों की जगह भारत ब्रांड नाम से जानी जाएगी।
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केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री जन उर्वरक परियोजना के तहत एक राष्ट्र एक उर्वरक योजना लागू कर दी है। इस योजना के अंतर्गत यूरिया, डीएपी, एमओपी और एनपीके एक ही ब्रांड के नाम से उपलब्ध होंगे। केंद्रीय केमिकल और फर्टिलाइजर (Fertilizer) मंत्रालय की तहफ से इस आशय का निर्देश सभी फर्टिलाइजर कारखानों, स्टेट ट्रेडिंग कंपनियों और फर्टिलाइजर की विपणन कंपनियों को जारी किया गया है। फर्टिलाइजर की बोरियों पर दर्ज लोगो से स्पष्ट होगा कि यह खाद केंद्रीय सब्सिडी वाली है।
पुरानी बोरियां इस तारीख तक ही बाजार में रहेंगी
फर्टिलाइजर कंपनियों को यह सलाह दी गई है कि वो मेट्रोलाजी एक्ट, फर्टिलाइजर के लिए पैक्ड कमोडिटी एक्ट के तहत निर्धारित प्रक्रिया को पूरी करें। सभी कंपनियों से कहा गया है कि वे 19 सितंबर 2022 के बाद पुरानी डिजाइन और लोगो वाली बोरियों की खरीद न करें।
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फर्टिलाइजर की पैकिंग के लिए खरीदी जाने वाली नई बोरियां एक राष्ट्र-एक उर्वरक के तहत डिजाइन वाली ही होनी चाहिए। नए ब्रांड के फर्टिलाइजर दो अक्टूबर 2022 से बाजार में उतारे जाएंगे। कंपनियों को अपनी पुरानी बोरियों को खपाने के लिए 21 दिसंबर 2022 तक का समय दिया गया है।
कालाबाजारी रोकने में मिलेगी मदद
इससे फर्टिलाइजर चोरी की संभावना को घटाने में मदद मिलेगी। फर्टिलाइजर की बोरी पर एक साइड के दो तिहाही हिस्से पर नए ब्रांड और लोगो का उल्लेख होगा। बाकी एक तिहाई हिस्से में कंपनी अपना ब्यौरा और निर्धारित तथ्य प्रिंट करेगी। प्रत्येक बोरी पर प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना छपा रहेगा। इससे चोरी रोकने में मदद मिलेगी। अगर कहीं कालाबाजारी होती है तो भी इससे जल्द से जल्द उन्हें पकड़ा जा सकेगा।