Nadi me doobe bachche : नदी में नहा रहे दो बच्चे डूबे, नहीं लगा सुराग; उधर चिखलार में कुएं में गिरने से बुजुर्ग की मौत, भैंसदेही से लापता ग्रामीण मिला

• नवील वर्मा, शाहपुर
बैतूल जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में तवा नदी में नहाते समय दो मासूम बच्चे डूब गए। घटना रविवार की है। बताया जाता है कि रात तक भी उनका कोई पता नहीं लग पाया। उधर आमला ब्लॉक के बोरदेही थाना क्षेत्र में भी एक बुजुर्ग कुएं में गिर गया। जिससे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। वहीं भैंसदेही थाना क्षेत्र से लापता हुआ ग्रामीण सकुशल मिल गया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक बच्चों के नदी में डूबने की घटना थाना शाहपुर की पुलिस चौकी भौंरा की है। यहां ग्राम डोडरामोहर में दो बालक राजीव (9 वर्ष) एवं पियूष (11 वर्ष) तवा नदी में नहा रहे थे। इस दौरान दोनों पानी में डूब गए। इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण नदी पर पहुंचे।

साथ ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस और ग्रामीणों ने बच्चों की तलाश की। लेकिन, बताया जाता है कि रात तक भी दोनों का पता नहीं चल पाया है। आज संभवतः एसडीआरएफ (SDRF) की टीम मौके पर पहुंच कर पानी में डूबे बच्चों की तलाश करेगी।

पानी खींच रहा बुजुर्ग कुएं में गिरा

उधर बोरदेही थाना क्षेत्र में कुएं में गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बताया जाता है कि बोरदेही थाना क्षेत्र के चिखलार गांव का रंगलाल धुर्वे कुएं से पानी निकाल रहा था। इसी बीच संतुलन बिगड़ने से वह कुएं में गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। सूचना पर बोरदेही पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से शव को कुएं से निकाला गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हंगामा होते ही तलाश लिया लापता ग्रामीण

उधर भैंसदेही पुलिस ने लोगों के द्वारा हंगामा करते ही बरहापुर के लापता ग्रामीण को तलाश लिया है। उक्त ग्रामीण महाराष्ट्र में सकुशल मिल गया है। वह रुपए के मसले से परेशान होकर खुद ही महाराष्ट्र चला गया था। वहां मजदूरी कर रहा था। लापता ग्रामीण के मिल जाने पर सभी ने राहत की सांस ली है।

फरियादी दिपांशु पाटनकर निवासी ग्राम बरहापुर ने दिनांक 25 जुलाई 2022 को रिपोर्ट की थी कि मेरे पिता श्रीराम पाटनकर 19 जुलाई को ग्राम घोडकीढाना भैंस को देखने के लिये जाने का कहकर घर से गये थे। जो घर वापस नहीं आये। थाने पर गुम इंसान पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया था।

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जांच के दौरान गुमशुदा श्रीराम पाटनकर के परिजनों से गुमशुदा के संबंध में पूछताछ की गयी थी। जिन्होंने कोई आवश्यक जानकारी नहीं बतायी। गुमशुदा श्रीराम पाटनकर के मोबाईल नंबर की सीडीआर से घटना दिनांक को भैंसदेही के कुछ लोगों से बात करना पाया गया। गुमशुदा की तलाश हेतु मुखबिर मामूर किये गये तथा अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से गुमशुदा की तलाश हेतु प्रयास की जा रही थी।

गुमशुदा के परिजनों को गलतफहमी हो गयी थी कि पैसे के लेनदेन के कारण गुमशुदा के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अप्रिय घटना की गई होगी। इसी बात को लेकर ग्राम बरहापुर से गुमशुदा के परिजनों द्वारा थाने में एकत्र होकर गुमशुदा की तलाश शीघ्र करने का अनुरोध किया गया था।

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पुलिस द्वारा तीन टीम गठित कर गुमशुदा की तलाश पतारसी की जा रही थी। मुखबिर एवं जांच के तथ्यों की जानकारी के आधार पर गुमशुदा श्रीराम पाटनकर को ग्राम नांदगांव अमरावती जिला अमरावती महाराष्ट्र से दस्तयाब किया गया। गुमशुदा श्रीराम पाटनकर सकुशल व स्वस्थ हालत में है। श्रीराम ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2017 में 6 एकड़ जमीन अंजु बाई को 55 लाख रूपये में विक्रय की थी।

वर्ष 2018 में मैंने 6 एकड़ जमीन कोलगांव में 35 लाख रूपये में खरीदी थी। मेरे पास 20 लाख रूपये बचे थे। इसमें से 350000 रूपये KCC के जमा किए। 550000 रुपए घर में खर्च हो गये थे। 1100000 रूपये मैनें मेरे पास रखे थे। दो साल पहले घनिष्ठ मित्र गुल्लरढाना के कालिया पटेल को पाँच लाख रूपये उसकी केसीसी जमा करने के लिये दिये थे। छः लाख रूपये ट्रैक्टर खरीदने के लिये दिये थे।

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इस बीच कालिया पटेल की कोरोना से मौत हो गई। गुमशुदा के घर वाले मकान बनाने के लिये बचे हुए 1100000 रूपये चाह रहे थे। गुमशुदा ने कालिया पटेल को पैसे देने वाली बात अपने परिजनों को नहीं बतायी थी। न ही कोई लिखा पढ़ी की थी। गुमशुदा को लगा कि मेरे घर वाले 11,00,000 रूपये मांगेगे तो मैं कहां से दूंगा।

इस कारण घरवालों से झूठ बोलकर भैंसदेही आया और 12.10 बजे अली बस से अमरावती चला गया। अमरावती के पूर्व परिचित मारवाडी परिवार ग्राम नाथगांव स्थित खेती में 300 रूपये रोज के हिसाब से मजदूरी करने लगा। घर वाले विवाद करेंगे, यह सोचकर सिम बंद कर ली थी।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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