Ajagar ko mar dala : सात फीट लंबा अजगर आया था मुर्गी का शिकार करने पर खुद ही हो गया शिकार, भीड़ ने मार डाला, वन विभाग ने किया मामला दर्ज

• उत्तम मालवीय, बैतूल

Python killed : बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में 7 फीट लंबा अजगर आया तो मुर्गी का शिकार कर अपना पेट भरने, लेकिन वह खुद ही शिकार हो गया। दहशत में आए लोगों ने उसे लाठी से मार डाला। घटना का वीडियो वायरल होने और शिकायत के बाद वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। अजगर शेड्यूल वन में रखा जाता है। बाघ का शिकार करने पर जो सजा मिलती है, इसके शिकार पर भी उसी सजा का प्रावधान है।

पाथाखेड़ा के बजरंग कॉलोनी में करीब 7 फीट लंबा अजगर आ गया। वह मुर्गी का शिकार करने का प्रयास कर रहा था। इतना लंबा अजगर देख लोग दहशत में आ गए। इसके बाद वहां भीड़ जुट गई। भीड़ में मौजूद एक शख्स ने अजगर को मार दिया। जिसका वीडियो वायरल होने पर सारनी निवासी वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजर्वेशन एक्टिविस्ट आदिल खान ने इसकी सूचना उत्तर वन मंडल डीएफओ राकेश डामोर को दी। जिसके बाद मौके पर सारनी रेंज का वन अमला पहुंचा और मृत अजगर की डेड बॉडी को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

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आदिल खान ने बताया कि पाथाखेड़ा में एक अजगर मुर्गी को खाने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान एक युवक ने अजगर को मार डाला। इसका वीडियो वायरल होने पर वन विभाग को इसकी सूचना दी।जिसके बाद वन विभाग द्वारा मृत अजगर को अपने कब्जे में लेकर आरोपी पर मामला दर्ज किया गया है।

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आदिल ने बताया कि उनके माध्यम से अधिकांश सांपों के रेस्क्यू निशुल्क किए जाते हैं। परंतु फिर भी जागरूकता की कमी के चलते लोगों ने अजगर को मार दिया। जबकि वन विभाग को इस संबंध में मुहिम चलाना चाहिए और जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरुक करना चाहिए।

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आदिल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि अजगर को इंडियन रॉक पाइथन (Indian Rock Python) भी कहा जाता है। इसे वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत शेड्यूल एक में रखा गया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि बाघ और तेंदुआ भी शेड्यूल एक में ही आते हैं। अजगर को संरक्षण प्राप्त है और जितनी सजा किसी बाघ या तेंदुए को मारने पर होती है उतनी ही अजगर मारने पर भी होती है।

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आदिल ने जानकारी देते हुए बताया कि अजगर जहरीले नहीं होते और ज्यादातर दलदली इलाकों के आसपास रहते हैं। जहां यह अजगर निकला था वह क्षेत्र वन क्षेत्र से बिल्कुल सटा हुआ है और एक तरह से देखा जाए तो अजगर का नेचुरल हैबिटेट है। फिर भी लोगों ने उसे मार दिया जो कि पूर्ण रूप से कानून का उल्लंघन है। देखें वीडियो…

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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