◼️ निखिल सोनी, आठनेर
एक ओर कई स्कूलों में बेहद कम शिक्षक होने पर भी बेहतरीन पढ़ाई हो रही है वहीं ब्लॉक के धनोरी गांव के प्राथमिक स्कूल में आलम कुछ और है। यहां मात्र 46 बच्चे दर्ज हैं। दूसरी ओर शिक्षक 3-3 पदस्थ हैं। इसके बावजूद यहां ढंग से पढ़ाई नहीं हो रही है। यही कारण है कि आज पालक स्कूल पहुंचे और अपने-अपने बच्चों को घर ले गए। उन्होंने यहां के स्कूल का पूरा स्टाफ बदलने की मांग की है।
ग्राम के पालक स्कूल के शिक्षकों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर जरा भी संतुष्ट नहीं है। पालकों का साफ आरोप है कि शिक्षकों के द्वारा बच्चों को उचित शिक्षा नहीं दी जा रही है। उल्टे उन्हें अभद्र व्यवहार करना सिखाया जा रहा है। पालकों का कहना है कि स्कूल में 3-3 शिक्षक हैं। इसके बावजूद स्कूल में ढंग से पढ़ाई नहीं हो रही है। यही वजह है कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत आठनेर शिक्षा अधिकारी से की थी।
इस शिकायत को लेकर बुधवार को विकासखंड स्रोत समन्वयक रामदास धाकड़ स्कूल पहुंचे और मामले की जांच की। उन्होंने पालकों के साथ ही स्कूल के स्टाफ से भी चर्चा की। इसी दौरान पालक अपने बच्चों को स्कूल से ले गए। पालकों का साफ कहना है कि जब तक स्कूल का पूरा स्टाफ नहीं बदला जाता, वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भिजवाएंगे। उनका आरोप था कि शिक्षक समय से स्कूल तक नहीं आते। ऐसे में बच्चों को स्कूल खोलना और झाडू लगाना पड़ता है। देखें वीडियो…
इस संबंध में बीआरसी रामदास धाकड़ ने ‘बैतूल अपडेट’ को बताया कि यहां बच्चों के पालक शिक्षकों के द्वारा दी जा रही शिक्षा से संतुष्ट नहीं हैं। वे शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर बच्चों को घर वापस ले गए हैं। मामले का जांच प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है। जिसे वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उनके अनुसार धनोरी के अलावा नयेगांव में भ्ज्ञी पालकों ने शिक्षक बदलने की मांग की है।
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