आज कल होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan) या पर्सनल लोन (personal loan) की मांग तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह लोगों की लालसा या जरूरत का बढ़ना है। घर-गाड़ी की महत्वाकांक्षा हर युवा वर्ग कमाई शुरू होने के साथ ही पाल लेता है। इसको पूरा करने के लिए वह लोन ले रहा है। हालांकि, लोन लेने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन, ईएमआई (EMI) के बोझ में फंस जाना और वित्तीय संकट में आ जाना सही नहीं है।
ऐसे में अगर आप भी अपनी जरूरत के लिए बैंक या एनबीएफसी से किसी भी तरह का लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल जरूर रखें। इससे न सिर्फ आप आसानी से लोन की किस्त चुका देंगे बल्कि बाद में आने वाली किसी परेशानी में भी नहीं फसंगे। तो आइए, हम आपको बताते हैं कि लोन लेने से पहले किन 7 बातों का ख्याल रखना चाहिए।
• चुकाने की क्षमता का पहले आकलन करें
लोन की रकम तय करने से पहले हमेशा यह ध्यान रखें कि उतनी ही राशि लोन में लें, जितनी आप आसानी से चुका सकते हैं। यह ध्यान रखें कि कभी भी लोन की रकम आपकी मंथली इनकम का 50 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए। अगर आपने कार लोन पर ली है तो इसकी ईएमआई 15 फीसदी, पर्सनल लोन की ईएमआई 10 फीसदी और होम लोन की ईएमआई 25 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए।
• कम अवधि के लिए लोन लेने की कोशिश करें
हमेशा यह प्रयास करना चाहिए की लोन की अवधि कम समय के लिए हो। इसके दो फायदे हैं, पहला आपको कम ब्याज चुकाना होगा और दूसरा आप लोन से जल्द मुक्त हो जाएंगे। अगर, आप बैंक से 10 साल के लिए लोन लेते हैं तो लोन की रकम का करीब 57 फीसदी ब्याज चुकाना पड़ेगा, वहीं 20 साल के लिए यह 128 फीसदी हो जाता है। इसलिए कम समय के लिए लोन लेने का प्रयास करना चाहिए।
• हर हाल में EMI का समय पर भुगतान करें
होम लोन, कार लोन या क्रेडिट कार्ड का बिल हो, सभी तरह के लोन के लिए एक बात का ख्याल रखें कि ईएमआई का भुगतान समय पर करें। ईएमआई का समय पर भुगतान नहीं करने पर आपका सिबिल स्कोर (cibil score) खराब हो जाता है, जिससे आपका क्रेडिट प्रोफाइल प्रभावित होता है। क्रेडिट प्रोफाइल गिरने से भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो जाता है। इसलिए लोन छोटा हो या बड़ा ईएमआई का भुगतान समय पर जरूर करें।
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• लोन लेकर निवेश नहीं करें
कई दफा ऐसा होता है कि मोटे रिटर्न की लालच में कई लोग लोन लेकर निवेश कर देते हैं। ऐसा कभी भी नहीं करें। यह बहुत ही रिस्की होता है। अगर, किसी कारण से आपने जिस रिटर्न की उम्मीद की है, वह मिलता नहीं है तो आप पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए कभी भी लोन लेकर निवेश नहीं करें।
• बड़े लोन का इंश्योरेंस जरूर कराएं
अगर, आप होम या कार लोन ले रहे हैं तो इंश्योरेंस जरूर कराएं। रकम के बराबर एक टर्म प्लान जरूर लें। ऐसा इसलिए करें कि किसी अनहोनी होने पर आपके परिवार के ऊपर कर्ज का बोझ नहीं हो और टर्म इंश्योरेंस से मिले पैसे से लोन का भुगतान आसानी से हो जाए।
• बैड और गुड लोन को अलग-अलग करें
अगर, आपके ऊपर एक साथ कई लोन लिया है तो बैड लोन और गुड लोन को अलग-अलग करें। अगर, आपने एक साथ पर्सनल लोन और लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लिया गया दूसरा लोन है तो पहले पर्सनल लोन को चुकाएं, क्योंकि इस पर आपको 18 से 20 फीसदी तक ब्याज चुकाना होता है। वहीं, लाइफ इंश्योरेंस या एफडी के ऊपर लिए गए लोन पर ब्याज दर कम होती है।
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• लोन डाक्युमेंट्स की जांच अच्छी तरह करें
लोन लेने से पहले उसके टर्म और कंडिशन को ध्यान से पढ़ें। कभी भी लोन से जुड़े डाक्युमेंट्स को हल्के में न लें। कई दफा टर्म और कंडिशन ठीक ढंग से नहीं समझने पर आपको अधिक चार्ज और ब्याज का भुगतान करना पड़ सकता है। कुछ समझ में न आए तो बैंक से इसके विषय में जानकारी मांगे। जब तक समझ में न आए लोन नहीं लें।