◼️ विजय सावरकर, मुलताई
मां ताप्ती के जन्मोत्सव पर पवित्र नगरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बुधवार को दोपहर में एक घंटा तेज बारिश होने के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह और भक्ति भाव पर कोई असर नही पड़ा। जैसे ही बारिश रुकी, मंदिर पहुंचने वाले मार्ग पर श्रद्धालुओ का तांता लग गया।
बुधवार अलसुबह से ताप्ती मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ प्रारंभ हो गई थी। प्रात: 4 बजे से ताप्ती मंदिर में पूजन प्रारंभ हुआ। सुबह 5.30 बजे मां ताप्ती की प्रतिमा का अभिषेक अनुष्ठान संपन्न हुआ। मंदिर के पुजारी पंडित सौरभ जोशी सहित अन्य पंडितों ने विधि विधान से माता रानी का अभिषेक संपन्न किया। साथ ही माता रानी की प्रतिमा का आकर्षक श्रृंगार भी किया गया।
दोपहर 12 बजे पंडित सौरभ जोशी के मुखारबिंद से बीते एक सप्ताह से प्रस्तुत हो रही तापी महात्मय पुराण कथा का समापन मां ताप्ती के जन्म की कथा की प्रस्तुति के साथ हुआ। दोपहर ठीक 12 बजे विधि विधान के साथ मां ताप्ती के जन्म उत्सव का अनुष्ठान किया। इसके उपरांत माता ताप्ती को 101 पकवान और फलों का भोग अर्पित किया गया। पूजा अर्चना के साथ आरती कर माता ताप्ती से सभी के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई। जन्मोत्सव पर मां ताप्ती के मंदिर की आकर्षक साज-सज्जा की गई।
सरोवर के मध्य किया ध्वजारोहण
जन्मोत्सव पर ताप्ती जन्मोत्सव समिति के सदस्यों ने भी सुबह 8.30 बजे बजे ताप्ती मंदिर पहुंचकर पूजन अभिषेक अनुष्ठान किया समिति ने प्राचीन ताप्ती मंदिर में भी पूजा अर्चना की साथ ही सरोवर के मध्य टापू पर ध्वजारोहण किया।
ताप्ती सेवा मंडल ने अर्पित की चुनरी
जन्मोत्सव पर ताप्ती सेवा मंडल द्वारा मंदिर में पूजा अर्चना कर पावन ताप्ती सरोवर में 551 मीटर लंबी चुनरी अर्पित की गई। श्रद्धालुओं ने मां ताप्ती के जयकारे लगाते हुए चुनरी लेकर ताप्ती सरोवर की परिक्रमा की उसके उपरांत जयकारों के साथ सरोवर में चुनरी अर्पित की। वही सूर्यपुत्री मां ताप्ती तीर्थ क्षेत्र न्यास के कार्यकर्ताओं ने सुबह परिक्रमा मार्ग पर दंडवत परिक्रमा की उसके उपरांत ताप्ती सरोवर के साथ मंदिर में पूजा अर्चना की।
बैंड बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा
जन्मोत्सव पर मां ताप्ती जन्मोत्सव समिति द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। ताप्ती मंदिर से दोपहर 3.45 बजे बाजे-गाजे के साथ शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ। शोभायात्रा में मां ताप्ती की झांकी के साथ भगवान शंकर, हनुमान जी सहित अन्य देवी देवताओं की झांकी शामिल थी। गायत्री शक्तिपीठ द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाली झांकी भी शामिल थी। ग्रामीण अंचल की भजन मंडली के सदस्य भजनों को गाते हुए मां ताप्ती की आराधना करते हुए चल रहे थे।
आदिवासी कलाकार नृत्य प्रस्तुत करते हुए शोभा यात्रा की अगवानी कर रहे थे। यात्रा फव्वारा चौक, नागपुर नाका, गांधी चौक, थाना रोड होते हुए जयस्तंभ चौक पहुंची। जहां यात्रा का समापन हुआ। इसके उपरांत परिक्रमा मार्ग पर स्थित श्री राम मंदिर में पूजन के साथ विधि विधान के साथ अभिषेक अनुष्ठान संपन्न हुआ।
अलसुबह से पहुंच रहे थे श्रद्धालु
जन्मोत्सव पर अल सुबह से ताप्ती मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं ने दोनों ताप्ती मंदिरों में पहुंच कर पूजा अर्चना कर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त किया। दिन भर मंदिर में पूजा अर्चना और ताप्ती सरोवर की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का दौर जारी रहा। रात तक परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही।