बैतूल जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोड़ाडोंगरी में आज रविवार को 479.80 लाख रुपए की लागत से बने 30 बिस्तरीय अस्पताल भवन का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने बाकायदा आमंत्रण पत्र भी छपवाए है। लेकिन आयोजन के पहले ही कार्यक्रम विवादों में आ गया है।
आमंत्रण पत्र से जिला पंचायत प्रधान सूरजलाल जावरकर का नाम ही गायब हैं। जिसको लेकर उन्होंने खासी नाराजगी जाहिर की है। इस मामलें को लेकर जिला पंचायत प्रधान अपने सदस्यों को साथ लेकर मुख्यमंत्री से मिलने वाले है। वे उनसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा आदिवासी जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने की शिकायत करेंगे। वहीं स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने और संतुष्ट नहीं होने पर सामूहिक इस्तीफा देने की तैयारी भी कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि जिले में पिछले दिनों कांग्रेसी विधायक निलय डागा ने भी इसी प्रकार के मामले में जेएच कॉलेज में ताला बंद करने सहित धरना प्रदर्शन किया था। लेकिन इस मामले में भाजपा समर्थित जिला पंचायत प्रधान ही अपने व आदिवासियों के अपमान की बात कह रहे हैं। जिस प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष सूरजलाल जावरकर नाराजगी जता रहे हैं उससे लग रहा है कि आने वाले दिनों में यह मामला खासा तूल पकड़ने वाला है। जिससे प्रशासनिक अधिकारियों और भाजपा की फजीहत हो सकती है।
आमंत्रण पत्र में मेरा नाम नहीं होने से यह मेरा ही नहीं बल्कि जिले के आदिवासियों का अपमान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर रहे हैं। मैं आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करता हूँ। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों का इस प्रकार का असंवेदनशील रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द ही जिला पंचायत सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री से मिलने जाऊंगा। साथ ही जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। संतोषजनक कार्यवाही नहीं होने पर सामूहिक इस्तीफा भी देंगे।
सूरजलाल जावरकर
प्रधान, जिला पंचायत, बैतूल