बैतूल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्यों के नाम पर किस कदर की धांधली की जाती है, इसका नजारा भीमपुर (bhimpur) ब्लॉक के देसली गांव में एक बार फिर देखने को मिला। वहां पिछले ही साल बनी पुलिया (culvert) की हालत यह थी कि ट्रक आते ही धँसक (Sinking) गई। इससे बोरिंग मशीन का ट्रक नाले में पलट गया। इससे ड्राइवर, कंडक्टर और मजदूर सहित 3 लोग घायल हो गए।
ग्रामीणों द्वारा ‘बैतूल अपडेट’ को उपलब्ध कराए गए वीडियो और दी गई जानकारी के अनुसार देसली गांव के सवलूढाना से बाटलाखुर्द जाने वाले मार्ग पर स्थित नाले की पुलिया पर गुरुवार को एक बोरिंग मशीन का ट्रक पलट गया। यह बोरिंग मशीन देसली के गज्जू पटेल के खेत पर बोर खनन करने के लिए जा रही थी।
ट्रक पलटने से ड्राइवर, कंडक्टर और एक मजदूर को चोटें आई हैं। उनका हालांकि मौके पर ही इलाज कर दिया गया। अधिक गम्भीर चोटें नहीं आने से उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। इस हादसे ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल भी खोल कर रख दी है। बताते हैं कि पिछले साल ही यह पुलिया लाखों की लागत से बनाई गई थी। लेकिन गुणवत्ता कहीं से कहीं तक नजर नहीं आ रही है।
पुलिया को देखकर ही साफ समझ आ रहा है कि निर्माण के नाम पर केवल रस्म अदायगी की गई है। मिट्टी डालकर दिखावे के लिए बेहद कम मोटाई की सीमेंट-कांक्रीट की परत भर बिछा दी गई है। इसमें भी सीमेंट बस इतना भर है कि लगे कि सीमेंट का उपयोग किया गया है।
बेस पर जरा भी ध्यान नहीं दिया गया है। जिससे पूरी पुलिया भीतर से खोखली है। यही कारण है कि पुलिया वजन नहीं सह पाई और भारी वाहन आते ही धँसक कर हादसे का सबब बन गई। ग्रामीणों ने इस कार्य की जांच कराए जाने की मांग भी जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर से की है।