◾ मनोहर अग्रवाल खेड़ी सांवलीगढ़
पुण्य सलिला सूर्य पुत्री मां ताप्ती नदी के तट ताप्ती घाट खेड़ी पर 5 वर्ष पूर्व स्थापित सूर्य परिवार मंदिर मध्यप्रदेश या बैतूल जिले का ही नहीं बल्कि समूचे देश में यह सूर्य परिवार मंदिर इकलौता मंदिर है। जिसकी स्थापना 19 फरवरी 2018 को हुई थी।
समिति के अध्यक्ष श्यामसुन्दर अग्रवाल बताते हैं कि स्थापना के पूर्व ताप्ती घाट पर महज एक मंदिर था। पूर्व विधायक शिवप्रसाद राठौर, स्वर्गीय पृथ्वीराज सिंह परिहार और अन्य समिति से जुड़े लोगों ने ऐसा मन बनाया कि क्यों न प्राचीन ताप्ती मंदिर का कायाकल्प कर भगवान सूर्य के सम्पूर्ण परिवार की विशाल मंदिर का निर्माण कर स्थापना की जाएं।
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ताप्ती मंदिर की उस समय छोटी समिति बनी। जिसमें शिवप्रसाद राठौर, स्वर्गीय पृथ्वीराज सिंह परिहार, नाथूसिंह ठाकुर, शिवाजी पवार, रामराव डिगरसे, वृंदावन मोहन राठौर, गोकुल चौहान आदि सदस्य बनाए गए। जनसहयोग से लगभग एक करोड़ की लागत से ताप्ती नदी के तट विशाल मंदिर का निर्माण किया गया।
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इस मंदिर में भगवान शनिदेव, मां ताप्ती, सूर्यदेव, उनकी दोनों पत्नियां संध्या-छाया, यम भगवान, यमुना जी आदि की प्रतिमाएं स्थापित की गईं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि मंदिर में भाई-बहन भी हैं। जबकि भाइ-बहन का मंदिर यमराज और यमुना जी का मंदिर एकमात्र मथुरा में है।
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जहां यम द्वितीया को भाई-बहन साथ-साथ हाथ पकड़कर यमुना में स्नान करते हैं वैसे ही यम द्वितीया को ताप्ती नदी में भी स्नान और यम और यमुना का पूजन किया जाता है। इससे उसी फल की प्राप्ति होती है जो यम द्वितीया को यमुना में स्नान करने से मिलता है। मंदिर की स्थापना के बाद इसे भाई-बहन मंदिर भी कहा जाने लगा।