ठगी का मामला है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में कई गरीब तो कहीं अमीर इस ठगी का शिकार हो जाते हैं। यही नहीं ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीके भी सामने आ रहे हैं। शातिर ठग अब एनीडेस्क जैसे एप्प और कम्प्यूटर प्रोग्राम का उपयोग भी ठगी के लिए करने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम झल्लार का सामने आया है।
यहां एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक की दुकान के संचालक शिवम (चिंटू) प्रजापति ने बताया कि मैंने अमेजॉन पे से मैंने फोन पे किया और वह सफल भी हो गया। मगर मैंने जिसे पैसे ट्रांसफर किए उनके खाते में नहीं गए। इस पर मैंने अमेजॉन पे के कस्टमर केयर से बात की।
कुछ देर बाद एक अनजान नम्बर से कॉल आया। मुझे उसने एनीडेस्क नाम का ऐप डाऊनलोड करवाया और उसके बाद मेरे खाते की पूरी रकम 6000 रुपए कट गए। उसके बाद उस व्यक्ति ने मेरा फोन उठाना भी बंद कर दिया। व्यापारी ने झल्लार थाना में मामले की शिकायत दर्ज करवाई है।
क्या है एनीडेस्क प्रोग्राम
उल्लेखनीय है कि एनीडेस्क प्रोग्राम एक ऐसा कम्प्यूटर प्रोग्राम एप्प होता है जिसे डाउनलोड करने पर हजारों किलोमीटर दूर बैठा व्यक्ति भी उस कम्प्यूटर या मोबाइल का नियंत्रण अपने पास ले लेता है जिसमें वह डाउनलोड किया गया है। हालांकि यह सीधे नहीं होता है बल्कि कोड बताना होता है जो कि उस पर डिस्प्ले होता है। अधिकांश लोग इसकी कार्यप्रणाली से वाकिफ नहीं होने के कारण इसे ना केवल डाउनलोड कर लेते हैं बल्कि कोड भी बता देते हैं। इसी के चलते वे ठगी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में ठगी से बचने के लिए अब इस एप्प से भी सावधान रहना होगा।