बैतूल की जीवनदायिनी नदी माँ माचना की जयन्ती इस बार बैतूल शहर में समारोह पूर्वक मनाई जाएगी। कार्तिक पूर्णिमा 19 नवम्बर को सायं छः बजे माचना घाट फिल्टर प्लांट पर श्रदालुओं द्वारा माँ माचना की आरती कर दीपदान किया जाएगा।
जयंती की तैयारियों हेतु मंगलवार को प्रातः एक घण्टे अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं ने श्रमदान कर नदी व घाट की स्वच्छता की। श्रमदानियों ने नदी से प्लास्टिक व अन्य अपशिष्ट निकाला तथा घाटों को पानी से स्वच्छ किया। श्रमदान के पश्चात आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए जल प्रहरी मोहन नागर ने कहा कि माचना बैतूल जिले के एक चौथाई भाग को जीवन देती है, लेकिन अब उसकी धारा जनवरी में ही टूट जाती है। इस वर्ष शासन और सामाजिक संगठनों ने मिलकर माचना पुनर्जीवन अभियान प्रारम्भ किया है। इसके अन्तर्गत माचना बेसिन में अनेक जल संरचनाओं का निर्माण किया जायेगा। जन-जन में नदी के प्रति श्रद्धा व आस्था हेतु इस वर्ष माचना जयंती के आयोजन भी हो रहे हैं। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष आनंद प्रजापति ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा को माचना जयन्ती के आयोजन का यह प्रथम वर्ष है। इसे हर वर्ष मनाएंगे तथा बैतूल नगर में जल संरक्षण का अभियान चलाएंगे। कार्यक्रम का संचालन नरेश लहरपुरे ने किया। स्वच्छ्ता अभियान में नागरिक बैंक के अध्यक्ष अतीत पवार, पूरन साहू, नरेश लहरपुरे, विकास मिश्रा पवन यादव, दिलीप सतीजा, गीतेश बारस्कर, दत्तू ठाकुर, कुलदीप माहोरे, गणेश मालवी, बबलू मालवी, रामराव चढोकार, डब्बू तलरेजा, अशोक लोखंडे, कुसुम पवार, श्याम सोनी, सोहन सावनेर, बलदेव चन्दरसुरे, सावन्या शेषकर सहित अनेक सामाजिक बंधु शामिल थे।