बैतूल। अभी तक जंगलों से सागौन चोरी के मामले तो सामने आते थे, लेकिन बैतूल में अति सुरक्षित माने जाने वाले एक काष्ठागार से ही पिछले दिनों बेशकीमती सागौन चोरी हो गया था। इस मामले की जांच के बाद उत्पादन संभाग के डीएफओ ने सेक्टर प्रभारी को निलंबित करने के आदेश दिए हैं जबकि रेंजर को एफआईआर कराने के आदेश भी दिए हैं। एक फॉरेस्ट गार्ड की भूमिका की भी गहराई से जांच चल रही है।
आगामी एक नवंबर को भौंरा काष्ठगार में नीलामी है। इसके लिए लॉट लगाए गए हैं। इन्हीं में से लॉट क्रमांक 426 से 30 नग सागौन 60 से 90 गोलाई के लठ्ठे चोरी हो गए थे। इन लठ्ठों का बाजार मूल्य लगभग डेढ़ लाख रुपये आंका गया है। चोरी की यह घटना 10 अक्टूबर के आसपास की बताई जा रही है। पूरा मामला सामने आने के बाद इसकी गाज सेक्टर प्रभारी सरिता काकोड़िया पर गिरी है। उनकी लापरवाही सामने आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है जबकि डीएफओ (उत्पादन) हेमंत रैकवार ने रेंजर बीएल सडार को भी आरोप पत्र थमाया है। वैसे इस पूरे मामले का मास्टर माइंड काष्ठागार में ही पदस्थ एक फॉरेस्ट गार्ड को माना जा रहा है। उसके खिलाफ ऐसे मामलों में पूर्व में कार्यवाही भी हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार भौंरा में संचालित फर्नीचर मार्ट वालों में उसकी अच्छी पैठ है। बताया जाता है कि इस मामले में उसकी संलिप्तता की पड़ताल करने उसका पूरा ट्रैक रिकॉर्ड निकलवाया जा रहा है। इससे जल्द ही उस पर भी कार्यवाही की गाज गिर सकती है।