बैतूल। एक युवती ने अनुसूचित जाति वर्ग के युवक से प्रेम विवाह किया तो उसे परिवार के सदस्य उसे होशंगाबाद ले गए और वहां उसके बाल कटवा कर शुद्धिकरण करवाया। इसके अलावा उसे और उसके पति को लगातार डरा धमका भी रहे हैं। इससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान है वहीं उनकी जान को खतरा बना हुआ है।
यह सनसनीखेज आरोप प्रेम विवाह करने वाली युवती ने पुलिस अधीक्षक से की शिकायत में लगाए हैं। अपने आवेदन में पीडि़ता लिखा है कि उसने अपनी मर्जी से टिकारी बैतूल निवासी अमित अहिरवार (27) से 11 मार्च 2020 को आर्य समाज बैतूल में प्रेम विवाह किया है। विवाह के पश्चात से ही मेरे परिवार के सदस्य मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे है। मेरे पिता ने पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 जनवरी 2021 को चोपना थाने में दर्ज करवाई।
घर लाने के बजाय ले गए इंदौर
इस पर चोपना पुलिस बैतूल से मुझे बिना किसी आदेश के मेरी इच्छा के विरुद्ध चोपना थाने में बयान करवाने की बात कह कर ले गई तथा चोपना थाने के बाहर कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। उसके पश्चात मुझे मेरे पिताजी के घर छोड़ दिया। मैं 12 फरवरी 2021 को नर्सिंग की ट्रेनिंग हेतु राजगढ़ गई थी। रक्षाबंधन पर मेरे पिता मुझे राजगढ़ लेने 18 अगस्त 2021 को आए और जबरदस्ती इंदौर लेकर आए। वहां से 19 अगस्त 2021 को होशंगाबाद लेकर आए।
घाट पर फिंकवा दिए पहने गए कपड़े
वहां पर मेरे पिताजी एवं अन्य तीन लोगों ने मुझे नर्मदा नदी के सेठानी घाट पर कहा कि इसने दलित समाज के युवक से शादी की है। इसलिए इसकी पूजा पाठ कर शुद्धिकरण कराना पड़ेगा। उन्होंने मुझे मेरी इच्छा के विरुद्ध आधे वस्त्रों में नहलाया फिर जूठी पूड़ी खिलवाई तथा मेरी इच्छा के विरुद्ध मेरी चोटी के बाल काटे। जो कपड़े मैंने पहने थे, उन्हें वहीं पर सेठानी घाट पर फिंकवाए। उक्त घटना का विरोध करने पर मारपीट भी की।
खुशी से जीवन बिताना चाहते दोनों
मैंने समाज की रुढ़ीवादी, जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए अमित अहिरवार से शादी की है। मैं उक्त विवाह से खुश हूं तथा हम दोनों खुशी से अपने जीवन का निर्वहन करने के लिए तैयार हैं परंतु मेरे परिवार के सदस्य निरंतर मुझे तथा अमित के परिवार को डरा धमका रहे हैं।
सुरक्षा दिए जाने की लगाई गुहार
साक्षी ने पुलिस अधीक्षक से पिता सहित परिवार के सदस्यों की नामजद शिकायत करते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उसे और पति तथा पति के परिवार को सुरक्षा देने की मांग भी की है। आवेदिका का यह भी कहना है कि विवाह के पश्चात से वह परिवार के सदस्यों के कारण मानसिक रूप से परेशान हो गई है तथा इसी तरह की स्थिति रही तो आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगी।