बैतूल। भगवान का नाम अच्छे से लो या फिर बुरे से लो… दोनों ही स्थिति में भगवान का नाम फलदायी होता है। जिस प्रकार जाने में हो, या अनजाने में, अग्रि पर पैर पड़ऩे से अग्रि बिना जलाए नहीं छोड़ती है। वह अपना असर दिखा देती है। इसी प्रकार भगवान का नाम भी चाहे अच्छे से लो या फिर बुरे से ही क्यों ना लो.. उसका फल मिलता ही है।
यह बात अटूट धार्मिक आस्था का केंद्र और ब्रिटिश हुकूमत के समय स्थापित प्राचीन हनुमान एवं श्री माता मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा के दौरान पं. श्रीराम शर्मा ने कही। पं. शर्मा ने कहा कि कथा कहीं भी हो… कोई भी कराए… कौन कह रहा है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। यदि फर्क पड़ता है तो इस बात से कि हम भगवान से कितना जुड़ पा रहे हैं और उनका कितना स्मरण कर रहे हैं।
भव्य कलश यात्रा से शुभारंभ
श्रीमद् भागवत के पूर्व टैगोर वार्ड स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एवं पुलिस लाइन में भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान राम दरबार, लक्ष्मी नारायण भगवान, माता जी, गणेश जी, भोले बाबा, नंदी हनुमान जी की प्रतिमाओं को कलश यात्रा के साथ नगर भ्रमण भी कराया गया। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं अपने सिर पर कलश धारण किए हुए चल रही थीं। कलश यात्रा का जगह-जगह जलपान एवं स्वल्पाहार कराकर स्वागत भी किया गया।
श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री हनुमान व माता मंदिर, नई पुलिस लाइन, एलआईजी-1 के पास, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, टैगोर वार्ड, बैतूल गंज में किया जा रहा है। आयोजन समिति ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओं ने अपील की है कि इस धार्मिक आयोजन में सहपरिवार शामिल होकर पुण्य लाभ कमाएं।