कड़कड़ाती ठंड में एक महिला ने रक्त मित्र विकास मिश्रा को बताया कि उनकी बेटी सिकलसेल पीड़ित है और उसे बी पॉजिटिव रक्त की जरूरत है। इस पर उन्होंने चन्द्रशेखर वार्ड के अध्यक्ष विपिन पंवार को इसकी सूचना दी। उन्होंने बिना देर किए रात 8 बजे विकास मिश्रा व गीतेश बारस्कर के साथ जिला अस्पताल जा कर रक्तदान किया। वे वहां रक्तदान कर रहे थे तभी एक छोटे बच्चे को भी बी पॉजिटिव रक्त की जरूरत होने की बात सामने आई। इस पर नागेश पंवार ने बिना देर किए जिला अस्पताल पहुंच कर छोटे बच्चे के लिए रक्तदान किया।
विकास मिश्रा ने बताया कि जिला अस्पताल में अभी बी पॉजिटिव का स्टॉक नहीं है। इसलिए सिकलसेल पीड़ित बच्चों के लिए तुरंत समाजसेवियों की मदद से रक्त पूर्ति करनी पड़ रही है। रक्त मित्र विकास मिश्रा ने बताया कि हमारे जिले में सर्वाधिक रक्त सिकलसेल व थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों को लगता है। जिले में 150 के ऊपर इस बीमारी से पीड़ित बच्चे हैं, जिन्हें हर माह में 1 से 2 बार रक्त की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए हमारे रक्त मित्र व रक्त समितियां लगातार कैम्प आयोजन कर जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। आप सभी से अनुरोध है कि हर साल 3 बार रक्तदान अवश्य करें।