◼️ लोकेश वर्मा, मलकापुर (बैतूल)
जिले भर में कल से हो रही भारी बारिश के चलते जिले का मध्यम सिंचाई योजना का सांपना डैम ओवरफ्लो हो गया है। उधर पारसडोह डैम के भी 4 गेट फिर खोलने पड़े हैं। सारणी स्थित सतपुड़ा डैम के गेट भी खोले गए हैं। शाहपुर में माचना नदी के उफान पर आ जाने से भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे पर एक बार फिर यातायात ठप हो गया है। इधर आठनेर-मासोद मार्ग भी बाढ़़ के चलते बंद रहा।
बैतूल के समीप स्थित सांपना डैम के ओवरफ्लो होने का आसपास के किसानों ही नहीं बल्कि आम लोगों को भी खासा इंतजार रहता है। अमूमन यह डैम अगस्त-सितंबर माह में ओवरफ्लो होता है। लेकिन, इस साल हो रही धुआंधार बारिश ने समय से पहले ही इस डैम को छलका दिया है। शुक्रवार की रात से हो रही बारिश ने इस डैम को आज आखिरकार छलका दिया। डैम के ओवरफ्लो होते ही इसका नजारा देखने लोग यहां पहुंचने लगे थे।
पिछले साल यह डैम 23 सितंबर को छलका था। इस साल 2 महीने पहले ही सांपना डैम ओवरफ्लो हो गया है। डैम के ओवरफ्लो होने से आसपास के किसानों में बेहद खुशी है। अब वे इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि उन्हें गर्मी में सिंचाई के लिए पानी की कोई कमी नहीं होगी। सावन की बारिश में ही डैम के दोनों गेट छलक गए हैं। देखें डैम के ओवरफ्लो होने का वीडियो…
रात से ही हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे पर यातायात ठप कर दिया है। माचना नदी में आई बाढ़ का पानी दोपहर 3 बजे शाहपुर में नदी के पुल के ऊपर आ गया। इसके चलते एक बार फिर इस हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई है। हाईवे जाम होने से पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगने लगी है। इस साल बाढ़ के चलते बार-बार इस हाईवे से यातायात ठप हो रहा है।
शाहपुर से सचिन शुक्ला ने बताया कि अभी बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। ऐसे में यातायात शुरू होने में खासा समय लग सकता है। इसके अलावा पुल पर बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए हैं। इनके कारण भारी वाहनों की आवाजाही में परेशानी हो रही है। वाहन हिचकोले खाते हुए पुल से निकल रहे हैं। ऐसे में उनके पलटने का भी खतरा बना है। इन गड्ढों को भरने के कुछ देर बाद फिर वही स्थिति बन जाती है। बताया जाता है कि भारी बारिश के चलते आठनेर-मासोद मार्ग पर भी यातायात प्रभावित रहा।
पारसडोह और सतपुड़ा डैमों के खोलने पड़े गेट
भारी बारिश और बांधों का जल स्तर मेंटेन रखने के लिए एक बार फिर जिले के 2 डैमों के गेट खोलने पड़े। सारणी के सतपुड़ा गेट के 7 गेट दोपहर 12 बजे से 6-6 फीट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। सतपुड़ा डैम से पानी छोड़े जाने के कारण चोपना क्षेत्र से आवाजाही पूरी तरह बंद है। इसी तरह तरह पारसडोह डैम के भी गेट खोले गए हैं। आठनेर से निखिल सोनी ने बताया कि पारसडोह डैम के 4 गेट 50 सेंटीमीटर तक खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
यह भी पढ़ें… heavy rain in betul : बैतूल जिले में एक बार फिर धुआंधार बारिश, घरों में कैद हुए लोग, माचना नदी उफान पर