मुझे नहीं लगता है कि 31 जनवरी या इसके ठीक बाद स्कूल खुल सकेंगे। वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रकोप दिनों दिन पूरे प्रदेश में बढ़ता जा रहा है। यह बात प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और जिले के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार ने बैतूल में स्कूल शुरू किए जाने से संबंधित पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही। प्रभारी मंत्री ध्वजारोहण समारोह में शामिल होने के दौरान बैतूल आए थे।
प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि स्कूलों का संचालन कोरोना संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना का प्रभाव इसी तरह से बढ़ता रहा तो स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं। वहीं यदि कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम हुआ तो स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को लेकर लगातार प्रदेश सरकार मानीटरिंग कर रही है। इसकी समीक्षा की जाएगी और जो भी स्थिति बनेगी उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए नहीं पर्याप्त संसाधन
प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कराई जा सकती है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में इतनी व्यवस्था नहीं है कि वह प्रत्येक बच्चे को ऑनलाइन शिक्षा दे सकें। उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे ऑनलाइन भी पढ़ाई कर रहे हैं और कुछ बच्चे ऑफलाइन भी पढ़ाई कर रहे हैं। कुल मिलाकर ऑनलाइन एक काम चलाऊ व्यवस्था है, इस पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहा जा सकता है।
शिक्षकों से संपर्क कर दूर करें कठिनाई
पढ़ाई को सुचारू जारी रखने के लिए प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह दौर ऐसा है कि स्कूल बंद है और पढ़ाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में शिक्षक और विद्यार्थियों को एक-दूसरे के संपर्क में रहने की जरूरत है। यदि विद्यार्थियों को कोई कठिनाई आ रही है तो वह शिक्षक से संपर्क बनाकर उनसे मिले और अपनी कठिनाई दूर करें। इसी तरह से शिक्षक भी बच्चों के संपर्क में किसी भी माध्यम से रहे ताकि पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न ना हो सके।