world bicycle day : आपने चाहे जितनी भी रंग-बिरंगी, छोटी- बड़ी सवारियां देखी होगी, किंतु साइकिल की सवारी सबसे अनोखी, सबसे निराली है। जब चाहे सीट पर बैठ जाओ, हैंडल थामो और पैडल मारते मस्ती से मंजिल की ओर चल पड़ो। इस बीच प्राकृतिक सौंदर्य, पेड़ पौधे, पहाड़, सड़क, पगडंडी, धान गेहूं और गन्ने के खेत, जलस्रोत, नदी, तालाब, जीव जंतुओं की क्रीड़ा निहारते हुए मजा लेते निकल जाओ।
समय तेजी से बदल रहा है किसी को दो पहिया तो किसी को चार पहिया वाहन से चलने के शौक के साथ मजबूरी भी है। साइकिलिंग ना केवल परिवहन का बेहतरीन साधन है बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। साइकिलिंग हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है। कोरोना काल में जहां जिम, व्यायामशाला, योग क्लास बंद थे। वहीं उस भयानक दौर में सुबह शाम इम्यूनिटी बढ़ाने के नाम पर ही सही पर सैकड़ों साइकिल प्रेमी शहर की सड़कों पर साइक्लिंग करते दिखते थे।
बदलते दौर में अब साइकिल तीन प्रकार की हो गई हैं
आम बोलचाल की भाषा में पहले डंडे वाली साइकिल चलती थी। इसके बाद रेंजर और अलग-अलग रंगों में फीचर वाली हाईटेक साइकिलों की मांग बढ़ गई है। इसमें गियर के अलावा अगले पिछले चकों में डिस्क पावर ब्रेक, पावरफुल शाकप, फाइबर के लचीले मडगाड वाली बाइक रोड पर दौड़ती मिलेंगी। वर्तमान में रोड बाइक, हाइब्रिड और एमटीबी बाइक सड़कों पर धूम मचा रही है। तेज गति से सरपट भागने वाली रोड बाइक को खासकर लंबी दूरी के लिए प्रोफेशनल रैसलर इस्तेमाल करते हैं। हाइब्रिड बाइक एक्सरसाइज और नियमित परिवहन के लिए उपयुक्त है। वहीं एमटीबी बाइक मोटे चौडे टायर वाली होती है। लुक वॉइस अच्छी दिखने के कारण शहरों में वर्तमान में ज्यादा देखने को मिल रही है। यह वैसे कच्चे रास्ते पहाड़ों पर चढ़ने के लिए है।
जानलेवा बीमारियों से बचाती है साइकिल
साइकिल चलाने से शरीर फिट और तंदुरुस्त बना रहता है। इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होने के साथ-साथ पाचन शक्ति भी अच्छी बनी रहती है। रोजाना साइकिलिंग करने वाले लोग आम आदमी की तुलना में 20 फ़ीसदी ज्यादा एक्टिव रहते हैं। साइकिलिंग से हार्ट और लंग्स भी स्ट्रांग रहते हैं साथ ही पर्यावरण प्रदूषण से मुक्त सवारी हैं।
• लोकेश वर्मा, मलकापुर
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