बैतूल विधायक निलय विनोद डागा ऑन द स्पॉट फैसले पर भरोसा रखते हैं, फिर चाहे समस्या जो भी हो। इसका उदाहरण यह है कि लगभग 4 माह पहले विधायक निलय विनोद डागा किसानों की बिजली समस्या सुनने गोराखार डैम पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें विद्युत समस्या से अवगत कराया था। विधायक ने इस पर ऑन द स्पॉट फैसला लेकर विद्युत विस्तारीकरण के लिए विधायक निधि से राशि स्वीकृत की थी।
उन्होंने मौके पर बिजली विभाग के कर्मचारियों को बुलाकर कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा था। विधायक की संवेदनशीलता और सक्रियता का नतीजा यह है कि उनकी घोषणा के 4 महीनों के अंदर विद्युत विस्तार योजना यहां जमीनी स्तर पर साकार होती नजर आ रही है। गौरतलब है कि विधायक ने विगत 24 नवंबर 2021 को गोराखार में विद्युत विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। वहीं ऑन द स्पॉट विधायक निधि स्वीकृत की थी। 10 मार्च 2022 को इस कार्य को प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है। इससे गोराखार व आसपास के किसानों में खुशी की लहर है।
विधायक द्वारा अनुशंसित इन कार्यों को मिली स्वीकृति
मध्यप्रदेश शासन योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा 10 मार्च को जारी आदेश में बताया गया कि विधायक विधानसभा क्षेत्र बैतूल द्वारा अनुशंसित कार्यों के लिए आदेश में वर्णित शर्तों के अधीन प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर आहरण की स्वीकृति प्रदान की जाती है। आदेश के अनुसार ग्राम गोराखार में ट्रांसफार्मर एवं विद्युत विस्तार हेतु विधायक निधि से 6 लाख 74 हजार 551, आरुल में विद्युतीकरण के लिए 6 लाख 78 हजार, सोहागपुर में पृथ्वीराज मानकर के घर के पास 38 हजार 399, सदर लिंक रोड 1 लाख 45 हजार, देशबंधु वार्ड 34 हजार 636, खंडारा अनीता राठौर के घर के पास 4.32 लाख, किराड़ी जावरा में 2.85 लाख, खेड़ी में ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग 1.57 लाख, भग्गूढाना शंकर वार्ड .43, गर्ग कॉलोनी हनुमान मंदिर के पास 1.18 लाख, डॉन बॉस्को कॉलोनी विद्युत विस्तार 0.35, शनि मंदिर के सामने नमन साड़ी सेंटर जवाहर वार्ड 0.35, पाढर खुर्द में 200 हॉर्स पावर ट्रांसफार्मर 7.50 लाख। ऐसे कुल 35 लाख की विद्युत विस्तारीकरण के कार्यों को विधायक के प्रयासों से स्वीकृति मिल गई है।
विधायक डागा की संवेदनशीलता का मिला प्रतिफल
गोराखार निवासी कृषक दिलीप वामनकर ने बताया कि वे गोराखार, सरण्डई, बडोरी के किसानों के साथ विधायक के पास पहुंचे थे। विधायक को आवेदन देकर आग्रह किया था कि हमारे गांव में बिजली की समस्या है। इन क्षेत्रों के किसान इंजन से पानी ओलते हैं, उसमें कुछ सीमांत किसान भी है। इंजन से पानी ओलने में बहुत तकलीफ होती है, लागत अधिक लगती है। जितनी लागत होती है उतना अनाज नहीं होता है। विधायक का कहना था कि हम क्या कर सकते हैं, जगह पर आकर बताएंगे। उन्होंने 2 दिन बाद का समय दिया था और वह 2 दिन बाद मौके पर पहुंचे। इस दौरान क्षेत्र के लगभग 150 से अधिक किसान वहां उपस्थित थे। उन्होंने समस्या को देखा और तुरंत निर्णय लिया कि यहां ट्रांसफर की आवश्यकता है। उन्होंने तत्काल मौके पर एमपीईबी के अधिकारी-कर्मचारियों को बुलाकर निर्देशित किया। उनकी संवेदनशीलता का ही प्रतिफल है कि आज कार्य को प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। ग्रामीणों ने विधायक का आभार जताया है।