यज्ञ थैरेपी (Yagya therapy) से कई गंभीर रोगों का सहज उपचार संभव है। यह थैरेपी सिर दर्द, माइग्रेन, जुकाम से लेकर मानसिक रोगों, थकान, डिप्रेशन, निराशा, सुस्ती, बौद्धिक कमियों, अनिद्रा, मिर्गी और त्वचा विकार जैसे रोगों के लिए बहुत ही शक्तिशाली (Powerfull) है। यही नहीं स्वास्थ के लिए बेहद लाभप्रद (advantageous) है। हमारे सनातन धर्म (eternal religion) में यज्ञ से सर्वरोग विनाशक (disease destroyer) होते हैं।
यह बात जानकारी सिद्धी योग साधना केंद्र मलकापुर में प्रात: कालीन नियमित योगसत्र में योगाचार्य कमलेश जी द्वारा दी गई। इस मौके पर यज्ञ थैरेपी का भी आयोजन किया गया। योग, आयुर्वेद, स्वदेशी एवं वैदिक संस्कृति के माध्यम से निष्काम सेवा साधना एवं संघर्ष करते हुए पतंजलि संस्थान के गौरवशाली 27 वर्ष पूर्ण होकर 28 वें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर यह आयोजन किया गया। इसमें साधकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस मौके पर आचार्य जी ने आगे कहा कि वातावरण की शुद्धता के लिए एवं वर्तमान में महामारी से बचने के लिए हमें अपनी यज्ञ पद्धति से इस धरा को शुद्ध करने का प्रयास अवश्य करना चाहिए। यज्ञ थैरेपी का योग कक्षा के साधक रमेश वर्मा, शेषराव बारस्कर, दीनू पवार, प्रमोद हजारे, राजकुमार पवार, लोकेश वर्मा, मन्नू घाघरे सहित माताओं, बहनों एवं बच्चों ने लाभ लिया।
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