पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से ताप्ती दर्शन यात्रा समिति के बैनर तले मुलताई से मां ताप्ती पदयात्रा निकाली गई है। पदयात्रा दुर्गम रास्तों से होते हुए गुरुवार रात्रि में आदिवासी बहुल ग्राम मोहटा पहुंची। मां ताप्ती पदयात्रा के अपने गांव पहुंचने पर ग्रामवासियों ने दीवाली मनाते हुए पदयात्रियों का उत्साह के साथ स्वागत किया। पदयात्रियों के स्वागत के लिए पूरे गांव भर सड़क पर दीपक जगमगा रहे थे। इस अनूठे स्वागत से पदयात्री भी अभिभूत हो उठे।
इससे पूर्व पदयात्रा भैंसदेही ब्लॉक के ग्राम धामन्या पहुंची। इस दौरान ग्रामीण मुन्ना विश्वकर्मा, महेश नागले, दिनेश उइके, छोटू कमरे, सुनील प्रजापति, धनराज आर्य, सांतोष आर्य, भीम धोटे, मनोहर मालवी और समिति सदस्यों ने यात्रियों को तिलक लगाकर पदयात्रा का भव्य स्वागत किया।
ताप्ती दर्शन यात्रा समिति के पदयात्री राजेश दीक्षित ने बताया कि मां ताप्ती यात्रा जितेन्द्र कपूर, केके पांडे, ब्रज पांडे, राजेश दीक्षित, नीरज गल्फट आदि समिति सदस्यों के मार्गदर्शन में मां ताप्ती उद्गम स्थल मुलताई से 15 जनवरी को निकाली गई है। जिसका मुख्य उद्देश्य जनमानस को पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण को लेकर जागरूक करना है।
पदयात्री नीरज गलफट, सुभाष कालभोर ने बताया कि पदयात्रा ग्राम धामन्या पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर पद यात्रा का भव्य स्वागत किया। इसके बाद पदयात्रा ग्राम रातामाटी के लिए रवाना हुई। पदयात्रा रातामाटी के समाध भुरु हनुमान मंदिर पहुंची, जहां ग्रामीणों ने यात्रा का स्वागत किया।
इस मौके पर पदयात्री सुभाष कालभोर ने पर्यावरण संरक्षण व जल बचाने ग्रामीणों को जागरूक किया। इस अवसर पर पंजाबराव गायकवाड़, विमल परिहार, नाथु घुमारे, शंकर डमाले, श्री सोनी, सुरजय, श्रीमती वैद्य सहित ग्रामीण उपस्थित थे।