मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान : अब पंचायतों में राजस्व शिविर लगाकर निराकृत किए जायेंगे नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के मामले, तहसीलों के नहीं काटने होंगे चक्कर

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मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान : केंद्र और राज्य सरकार (central and state government) द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का सभी पात्र हितग्राहियों को शत प्रतिशत लाभ दिलाने इन दिनों मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान (Chief Minister’s Public Service Campaign) चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन को भी शामिल करते हुये प्रकरणों का शत प्रतिशत निराकरण किया जाना है। इसके लिए प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में तीन चरणों में राजस्व सेवा शिविर आयोजित किए जाएंगे।

मध्यप्रदेश की उप राजस्व आयुक्त (Deputy Revenue Commissioner) संजू कुमारी ने इस संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टरों को आदेश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि भारत सरकार और राज्य सरकार की चिन्हित हितग्रामी मूलक योजनाओं में शत प्रतिशत सेचुरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये ‘मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान’ का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

राज्य शासन द्वारा 17 सितम्बर 2022 से दिनांक 31/10/2022 तक विशेष अभियान चला कर हितग्राही मूलक योजनाओं में शत प्रतिशत सेचुरेशन के लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है। इसी तारतम्य में मुख्यमंत्री द्वारा जनसेवा अभियान की समीक्षा की गई। जिसमें इन तीनों विषयों नामांतरण, बटवारा और सीमांकन के आवेदनों का शत प्रतिशत निराकरण की अपेक्षा की गई है।

अतः नामांतरण, बटवारा और सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण हेतु समस्त जिला कलेक्टर द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष राजस्व सेवा शिविर का आयोजन किया जाएं। जारी आदेश में राजस्व सेवा शिविर की रूपरेखा भी दी गई है। जिसके अनुसार इन शिविरों का आयोजन तीन चरणों में किया जाएगा।

प्रथम चरण का शिविर (बी-1 का वाचन) (Phase I Camp (Reading of B-1))

• सर्वप्रथम ग्राम मे बी 1 वाचन प्रभावी रूप से किया जाएगा।
• बी-1 याचन के पूर्व संपूर्ण ग्राम में ग्राम कोटवार / अन्य स्त्रोत से ग्रामीणों को मुनादी कर सूचित किया जाएगा।
• राजस्व शिविर में पटवारी द्वारा ग्रामवार बी -1 वाचन कर विवादित / अविवादित नामांतरण बंटवारा एवं सीमांकन के आवेदन प्राप्त कर आरसीएमएस में दर्ज किये जाएंगे।
• ग्राम पंचायत सचिव अनिवार्य रूप से जन्म-मृत्यु पंजी के साथ बी- 1 वाचन में उपस्थित रहे जिससे फौती नामांतरण का चिन्हांकन किया जा सके।
• बी 1 वाचन के पश्चात पटवारी द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर राजस्व न्यायालय में प्रकरणों को दर्ज कर नियमानुसार निराकरण की कार्यवाही की जायेगी।
• बी 1 वाचन के दौरान विक्रय पत्रों से नामांतरण के प्रकरणों को (साईबर तहसील अंतर्गत पायलट जिलों को छोड़कर शेष सभी जिले भी दर्ज कर नामांतरण की कार्यवाही नियमानुसार की जायेगी।

द्वितीय चरण का शिविर (आदेशों का वितरण) (Phase II Camp (Distribution of Orders))

• प्रथम चरण में आरसीएमएस में समस्त दर्ज किये गये अविवादित नामांतरण एवं बंटवारा के प्रकरणों का अनिवार्यतः निराकरण कर आदेश की कॉपी शिविर में वितरित किये जावे।
• विवादित बंटवारा, विवादित नामांतरण एंव सीमांकन के प्रकरणों में पटवारी प्रतिवेदन प्राप्त कर पीठासीन अधिकारी को उपलब्ध कराये जावे, जिससे विवादित प्रकरणों का निराकरण भी अल्पसमयावधि पर किया जा सके।

तृतीय चरण का शिविर (सेचुरेशन की पुष्टि )

• उपरोक्त शिविरों में ग्रामीणों के राजस्व प्रकरणों का पूर्णतः निराकन किये जाने के प्रयास में अगर कुछ रह गये हो तो इस शिविर में आवेदन प्राप्त कर तद्नुसार शासन के नियमानुसार निराकृत किये जाने हेतु प्राप्त करें।
• समस्त हल्का पटवारी अपने प्रभार के ग्रामों का ऐसे सेचुरेशन “अविवादित नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरण शेष नहीं और आदेश की प्रति प्रदाय की गई है” का यथासंभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जावे।

आदेश में आगे कहा गया है कि राजस्व सेवा शिविर आयोजन हेतु उपरोक्त रूप रेखा सलाहात्मक है। जिला कलेक्टर को उनकी स्थानीय सुविधा और विशेषताओं के आधार पर राजस्व सेवा शिविर आयोजन किये जाने हेतु स्वतंत्र हैं। इस बात का समुचित ध्यान रखा जावे कि राजस्व सेवा शिविर में प्राप्त संपूर्ण आवेदन आरसीएमएस में दर्ज/निराकृत किये जावे। साथ ही प्राप्त समस्त आवेदन की संख्या और संख्या के विरुद्ध निराकृत आवेदनों की संख्या जनसेवा पोर्टल पर भी परिलक्षित हो। अतः उक्तानुसार राजस्व सेवा शिविर आयोजित किया जाकर इस कार्यालय अवगत करावें।

बैतूल में शिविरों के लिए तय हुआ टाइम टेबल (Time table fixed for camps in Betul)

शासन के आदेश के पालन में बैतूल जिले में नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों के निराकरण हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्व शिविर आयोजन के लिए तिथियां तय कर ली गई हैं। इसके अनुसार यह शिविर 21 अक्टूबर 2022 से 25 नवम्बर 2022 के मध्य आयोजित किया जाना है।

इस हेतु ग्राम में बी 1 वाचन किया जाना है, बी-1 वाचन के पूर्व संपूर्ण ग्राम में ग्राम कोटवार/अन्य स्त्रोत से ग्रामीणों को मुनादी कर सूचित किया जायेगा। उक्त शिविरों में नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्राप्त आवेदनों का अल्प समयावधि में शत प्रतिशत निराकरण आरसीएमएस पोर्टल (RCMS Portal) पर किया जाना है। इस हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्य शिविर आयोजित होंगे।

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