बैतूल। जिले के भैंसदेही ब्लॉक के ग्राम मालेगांव के ग्रामीण मंगलवार सुबह से राम मंदिर परिसर में सांकेतिक भूख हड़ताल और प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि पातरा नदी पर पुल बनवाया जाएं। धरना प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज करवाई। आने वाले समय में जल्द पुल का निर्माण शुरू नहीं हुआ तो आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी शासन और प्रशासन को दी।
ग्रामीणों का कहना है कि पातरा नदी पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों को कहीं भी आने-जाने में 14 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करना पड़ता है। ग्रामीणों को थाना झल्लार जाना हो या फिर टप्पा तहसील झल्लार, उसके लिए यह नदी पार करना पड़ता है। बैतूल-परतवाड़ा और बैतूल-भैंसदेही मार्ग तक भी यह नदी पार करके ही पहुंच सकते हैं। गांव के 80 प्रतिशत लोगों के खेत नदी के पार हैं। नदी में बाढ़ आने पर 3-4 दिन नहीं उतरती है। ऐसे में किसानों को यह 3 से 4 दिन खेत में ही बिताने पड़ते हैं। बाढ़ में गांव के कई मवेशी बह कर मर गए हैं। पुल ना होने से किसानों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन और प्रशासन केवल झूठे वादे करते हैं और खोखले आश्वासन देते हैं। पुल न होने से 14 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी अनावश्यक रूप से तय कर विजयग्राम होते हुए जाना पड़ता है। इससे ग्रामवासियों में काफी आक्रोश और नाराजगी है। यही नाराजगी ग्रामीणों ने आज भारी संख्या में उपस्थित होकर जाहिर की।
पूरा गांव पहुंचा धरना प्रदर्शन करने
ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से निवेदन किया है कि वह जल्द से जल्द पुल निर्माण का कार्य आरंभ करें वरना आने वाले समय में आमरण अनशन तो होगा ही उसके साथ-साथ विजयग्राम और झल्लार में चक्काजाम भी करेंगे। भूख हड़ताल और धरना प्रदर्शन में डॉ. राजू महाले, कृष्णा वडुकले, आनंदराव धोटे, भीमराव पिपरदे, गणेशराव महाले, जगजीवन मराठे, लवनीश महाले, अरविंद वाघमारे, पवन वाघमारे, मंगलमूर्ति वडुकले, गुणवंतराव दामड़े, पिलकतराव वाघमारे, रामराव गीद, भीमदेव वाघमारे, अंगद वडुकले, महादेव महाले, पवन वड़कले, धुल्याजी बारस्कर, वामनराव बारस्कर, गुणवंतराव लोखंडे सहित अन्य ग्रामीण शामिल हुए।
@झल्लार से विक्की आर्य